PATNA: पटना स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से जेडीयू के नीरज कुमार चुनाव जीत गए हैं. उन्होंने महागठबंधन प्रत्याशी आजाद गांधी को पराजित कर दिया। इस तरह से पटना शिक्षक और स्नातक सीट पर भाजपा और जेडीयू कैंडिडेट का कब्जा बरकरार रहा। निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि इस बार 6706 वोट रद्द हो गए।इस तरह से कुल 51511वैलिड वोट बचे। इसके उपरांत आनुपातिक प्रतिनिधित्व एकल संक्रमणीय मत पद्धति के अनुरूप अधिमान्य मतों की गिनती की गई । इसके तहत exclusion round के 14 वें चक्र में नीरज कुमार को 20948 तथा 13 वें चक्र में आजाद गांधी को 12696 मत प्राप्त हुए। इस पद्धति के आधार पर सर्वाधिक मत प्राप्त करनेवाले प्रत्याशी नीरज कुमार को विजयी घोषित किया गया।उक्त दोनों प्रत्याशियों के बीच 8252 मतों का अंतर रहा।
नीरज कुमार को घेरने के लिए हुई थी चक्रव्यूह की रचना
पटना स्नातक सीट से जेडीयू के सीटिंग कैंडिडेट नीरज कुमार को मात देने को लेकर चक्रव्यूह की रचना की गई है। घेरने को लेकर हर द्वार पर अघोषित रूप से योद्धा तैनात थे। घोषित तौर पर तो महागठबंधन के एक कैंडिडेट थे लेकिन अघोषित तौर पर कई योद्धा जेडीयू कैंडिडेट की जीत के कारवां रोकने को बेताब थे। लेकिन जेडीयू कैंडिडेट नीरज कुमार वोटरों की ताकत की बदौलत चक्रव्यूह भेद दिया और सारे योद्धा मुंह ताकते रह गए।
वेंकटेश शर्मा को लालू-राबड़ी का आशीर्वाद भी नहीं आया काम
महागठबंधन की तरफ से आजाद गांधी अधिकृत प्रत्याशी थे लेकिन वेंकटेश शर्मा को राबड़ी देवी का आशीर्वाद मिला हुआ था। राजद के सूत्रों ने बताया कि चुनाव से कुछ समय पहले वेंकटेश शर्मा राबड़ी आवास जाकर उनका आशीर्वाद लिया था।परोक्ष रूप से भले ही महागठबंधन का कैंडिडेट आजाद गांधी रहे लेकिन जेडीयू प्रत्याशी की वोट सेंध लगाने को लेकर पूरी प्लानिंग के तहत वेंकटेश शर्मा को मैदान में उतारा गया था।जानकार बताते हैं कि जहानाबाद के पूर्व सांसद अरूण कुमार के बेटे ऋतुराज कुमार को भी इसी मकसद से पटना स्नातक सीट से चुनावी मैदान में उतारा गया था।मकसद था कि स्वजातीय और जेडीयू के आधार वोटरों का बिखराव कर जेडीयू कैंडिडेट नीरज का रास्ता रोकना। विधानपरिषद के सभापति के रिश्तेदार रविरंजन भी इसी चक्रव्यूह के हिस्सा थे।लेकिन पटना स्नातक सीट के मतदाताओं ने सबको धाराशायी कर एक बार फिर से नीरज कुमार में अपना विश्वास जताया है।
नीरज कुमार ने मतदाताओं का जताया आभार
विधान परिषद का चुनाव जीतने के बाद पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि मेरी जीत राजनीति के लंपटीकरण वंशवाद और धनबल के खिलाफ है। इस स्नेह के लिए पटना स्नातक क्षेत्र के मतदाताओं को कोटि-कोटि आभार। नीरज ने आगे कहा कि तीसरी बार हमने चुनाव लड़ा। कुछ लोग अपने लिए नहीं अपने बेटा के लिए राजनीति कर रहे थे। नौवीं पास लोग स्नातक उम्मीदवार का टिकट बांट रहे थे। लेकिन स्नातक वोटरों ने धनबल और वंशवाद को करारी शिकस्त दी है।
जानिए किस उम्मीदवार को कितना मत मिले
नीरज कुमार 17285
आजाद गांधी 11238
दिलीप कुमार 5739
रवि रंजन 8611
ऋतुराज कुमार 3960
वेंकटेश शर्मा 3027
भोला पासवान589
राकेश कुमार 159
नीरज कुमार256
डॉ रणधीर गुप्ता 147
मो खलीलुल्लाह मंसूरी 252
सिकंदर अधिवक्ता90
रणविजय कुमार 97
हरसू प्रसाद सिंह 61
कुल वैध मतों की संख्या 51511
invalid मतों की संख्या6706