पटना : बिहार में बेकाबू हो चुके कोरोना से लड़ने के लिए सरकार रोज नए फैसले ले रही है. लगातार कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या ने सरकार की चिंता और बढ़ दी है. कोरोना संक्रमितों की प्रतिदिन बढ़ रही संख्या को लेकर स्कूलों में भी आइसोलेशन सेंटर बनाये जायेंगे.
इसके लिए वैसे स्कूलों की तलाश शुरू कर दी गयी है, जिसमें बड़े हॉल हों. हॉल के कारण आइसोलेशन सेंटर बनाने में काफी आसानी होती है. इसके लिए पटना जिले के तमाम अनुमंडल पदाधिकारियों को स्कूलों की पहचान कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है.
जिले में अभी कोरोना संक्रमितों के लिए पर्याप्त संख्या में बेड उपलब्ध हैं. लेकिन जिस तरह से जांच की गति बढ़ी है और कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है, इसके लिए एहतियात के तौर पर व्यवस्था की जा रही है. इसके साथ ही समेकित कंट्रोल रूम की व्यवस्था कर कोरोना से जुड़ी हर गतिविधि को केंद्रीकृत कर कार्रवाई की जा रही है.
गौरतलब है कि पटना जिले में फिलहाल सक्रिय संक्रमित मरीजों की संख्या चार हजार है. इनमें से 1600 के करीब संक्रमित होम आइसोलेशन में हैं. बाकी बचे संक्रमित पाटलिपुत्र अशोका होटल के आइसोलेशन सेंटर सह कोविड सेंटर में, पटना एम्स, एनएमसीएच, पीएमसीएच, पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, बामेती, इएसआइ आदि में भर्ती हैं. इसके अलावे रेल कोच में बने 600 बेडों का आइसोलेशन सेंटर भी तैयार है. इतना ही नहीं कुछ निजी अस्पतालों में भी कोरोना संक्रमितों के लिए बेड आरक्षित किये गये हैं और वहां इलाज भी शुरू कर दिया गया है.