PATNA : पटनासिटी के चर्चित प्रॉपर्टी डीलर अरुण हत्याकांड के नामजद अभियुक्त भाजपा नेता व पटना मेयर के पुत्र शिशिर कुमार को आखिर जमीन निगल गया या आसमान।आखिर शिशिर कुमार कहां है। हत्याकांड में नामजद होने के बावजूद पटना पुलिस के हाथ अभी तक क्यों खाली है ,क्यों शिशिर कुमार को गिरफ्तार नहीं कर पाई है पटना पुलिस। क्या पटना पुलिस उसके रसूख के आगे नतमस्तक हो गयी है । घटना के 24 घण्टे बीत जाने के बाबजूद पुलिस मेयर पुत्र को अभी तक गिरफ्तार नही कर पाई है जिसके बाद पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठना लाजमी है।
बता दें कि कल अहले सुबह जब अरुण अपने घर के बाहर चहलकदमी कर रहे थे तभी उनकी हत्या अपराधियों के द्वारा कर दी जाती है। घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी फरार हो जाते है।ं घटनास्थल से पुलिस को करीव 6 खोखे भी मिले है। हालांकि घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आ गया जिसमें दो अपराधी अरुण को गोली मारते देखे गए। हालांकि इस हत्याकांड के बाद मृतक अरुण के परिजनों ने पुलिस को क़ई नाम बताए जो इस हत्याकांड में शामिल हो सकते है जिसमे सबसे प्रमुख नाम भाजपा नेता ब पटना मेयर सीता साहू के बेटे शिशिर कुमार नाम भी है। इसके साथ दिव्यम और इस तरह से कुल 9 लोगों को इस हत्याकांड में नामजद किया गया है।
वहीं अगर बात करे शिशिर कुमार की तो उसका भाजपा के बड़े बड़े नेताओं के साथ उठना बैठना है, वहीं दूसरी तरफ मेयर पुत्र भी है। सहज अंदाज़ा लगा सकते है कि शिशिर को सत्ता का कैसा संरक्षण हासिल है। इस हत्याकांड के नामजद अभियुक्त शिशिर का पीएम मोदी, पटना साहिब सांसद रविशंकर प्रसाद जैसे क़ई अन्य बड़े नेताओं के साथ उनकी फोटो भी देखी जा सकती है। इसी से अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि शिशिर का कद कितना बड़ा है औऱ शायद पुलिस इसी बजह से कमजोर नजर आ रही है।
बता दें कि बिहार के हर जिलों से बढ़ते अपराध की ख़बड़े मिल रही है जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सरकार पर लगातार सवाल उठा रहे है और यह कहते है कि क्या यह जंगलराज नही है,क्या इसे मंगलराज कहेंगे।