बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

सांड के आतंक से लोग भयभीत, नगर परिषद की उदासीनता से आवारा सांड से खौफजदा हैं ग्रामीण, दो पहिया वाहनों को बनाता है निशाना

सांड के आतंक से लोग भयभीत, नगर परिषद की उदासीनता से आवारा सांड से खौफजदा हैं ग्रामीण, दो पहिया वाहनों को बनाता है निशाना

लखीसराय. आवारा सांडों के आतंक से इन दिनों लखीसराय का बड़हिया नगर परिषद क्षेत्र त्रस्त है. यहां आवारा पशुओं की पहले से भरमार है और अब इसमें सांड ने खौफ से लोगों का जीना दुश्वार हो गया है. नगर परिषद क्षेत्र में आवारा सांड दिनभर सड़क पर आतंक कायम किए रहता है और लोगों को कई तरह की परेशानी का समाना करना पड़ता है. स्थानीय लोगों की मानें तो सांड अक्सर सड़क किनारे और लोगों के घरों के बाहर लगे दो पहिया वाहनों पर फांद जाता है. इससे कई दो पहिया वाहनों को क्षति होती है. वहीं आम लोगों को सांड के चपेट में आने का डर बना रहता है. 

आम लोगों का कहना है कि सांड पूरे दिन यहां वहां घूमता रहता है. कई लोगों के वाहनों को नुकसान पहुंचा चुका है. बावजूद इसके नगर परिषद या स्थानीय प्रशासन की ओर से सांड को पकड़ने की कोई पहल नहीं की गई है. यहां तक कि बाजार क्षेत्र में भी लोगों को सांड से भारी परेशानी झेलनी पडती है. विशेषकर सब्जी और फल विक्रेताओं को भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है लेकिन आवारा सांड पर लगाम लगाने की कोई पहल प्रशासनिक तौर पर नहीं की गई है. इसे लेकर स्थानीय लोगों में रोष भी देखा जा रहा है. 

यह कोई पहला मौका नहीं है जब बड़हिया नगर परिषद सांडों के आतंक त्रस्त हो रहा हो. करीब दो साल पहले भी बड़हिया नगर पंचायत में एक पागल सांड ने आतंक फैला रखा था। इसका खौफ लोगों में लम्बे समय तक देखा गया. तब पागल साढ़ कई लोगों को घायल कर चुका है। यहां तक कि सांड ने एक बुजुर्ग को पटक पटककर मार डाला है। बुजुर्ग की पहचान स्थानीय वार्ड निवासी व पेशे से किसान शिवदानी सिंह  के रूप में हुई थी। इससे पहले बीते 29 जुलाई 2021 को नगर पंचायत के दो सफाईकर्मियों पर हमला किया था। लेकिन इसके बाद भी  नगर प्रशासक का रवैय्या लापरवाही वाला रहा,  जिसकी कीमत एक व्यक्ति ने अपनी जान देकर चुकाई। 

अब नए मामले में भी ग्रामीणों ने बताया कि इस आवारा सांड के डर से लोग भयभीत हैं। हर घर के लोग घर से बाहर निकले अपने बच्चों की सुरक्षा के प्रति आशंकित रहने को मजबूर हैं। विशेषकर दो पहिया वाहनों के लिए यह सांड एक आतंक बन चुका है और कई वाहनों को नुकसान पहुंचा चुका है. 


Suggested News