'हां, अमन सिंह को मैंने ही मरवाया.....'ऐलान कर कोयलांचल को थर्राया देने वाले छोटू को STF ने ठोका,जानिए इसकी क्राइम कुंडली

N4N डेस्क:धनबाद में इस दशक के सबसे जघन्यतम हत्याकांड यानि पूर्व डिप्टी मेयर सह कांग्रेस नेता नीरज सिंह और उनके तीन समर्थकों को AK-47 से 21 मार्च 2017 की शाम गोलियों से भून दिया गया था जब वो स्टील गेट स्थित अपने आवास रघुकुल जा रहे थे. तभी चार शूटरों अमन सिंह, कुर्बान अली, शिबू उर्फ सागर, चंदन सिंह उर्फ सतीश ने बरेटा जैसे अत्याधुनिक पिस्टल से अंधाधुंध फायरिंग कर मौत के घाट उतार दिया. इस कांड को अंजाम देने वाले खूंखार गैंगस्टर अमन सिंह का जेल में मर्डर कराने वाला कुख्यात अपराधी आशीष रंजन सिंह उर्फ छोटू सिंह एनकाउंटर में ढेर हो गया. उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीम ने बुधवार की दरमियानी रात आशीष को प्रयागराज जिले के शिवराजपुर चौराहा थाना शंकरगढ़ के पास मुठभेड़ में मार गिराया. आशीष के पास से एके 47, 9 एमएम की पिस्टल सहित अन्य हथियार बरामद किए गए हैं.
दरअसल, 3 दिसंबर 2023 को झारखंड के धनबाद जेल में बंद कुख्यात अपराधी अमन सिंह को गोलियों से छलनी कर दिया गया. जेल में गैंगवार की इस वारदात से सनसनी फैल गई. अमन सिंह धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या के अलावा सुपारी किलिंग, रंगदारी, थ्रेट कॉल, फिरौती वसूली की दर्जन भर से ज्यादा वारदातों का आरोपी था. उसे जेल के भीतर छह से सात गोलियां मारी गईं. गोली लगने के बाद उसे आनन-फानन धनबाद स्थित मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
सीआईडी की जांच में यह खुलासा हुआ था कि कोयलांचल पर वर्चस्व की लड़ाई के चलते मूलरूप से जेसी मलिक रोड धनबाद का निवासी आशीष रंजन सिंह जो अमन का ही गुर्गा था ने ही सुंदर यादव उर्फ रितेश यादव के साथ मिलकर जेल के अंदर अमन सिंह की हत्या की साजिश रची थी.
अमन सिंह नीरज सिंह हत्याकांड के सिलसिले में जेल में बंद था और आशीष रंजन, रिंकू सिंह, विकास बजरंगी, सतीश कुमार, चंदन यादव, अमर रवानी, शहजाद कुरैशी और बंटी शर्मा जैसे साथियों के साथ मिलकर रंगदारी वसूलता था.ये सभी एक ही गिरोह के सदस्य थे. हालांकि, बाद में अमन सिंह ने अपना खुद का वर्चस्व स्थापित कर लिया था, जिससे उसके और उसके साथियों के बीच विवाद बढ़ गया था.
यूपी में आशीष उर्फ छोटू लेता था शेल्टर
झारखंड के धनबाद में अमन सिंह सहित 5 हत्याकांडों में आशीष रंजन सिंह उर्फ छोटू को पुलिस की तलाश थी. आशीष पहले अमन सिंह गैंग का शूटर था. वह अमन सिंह के इशारे पर रंगदारी मांगने से लेकर हत्या जैसी घटनाओं को अंजाम देता था.अमन ही घटना के बाद आशीष को यूपी में शेल्टर दिलाने का काम करता था. अमन के जेल जाने के बाद आशीष ने अपना वर्चस्व बढ़ाना चाहा. इस बीच, अमन से उसकी अनबन हो गई. इसके बाद आशीष ने अमन सिंह की हत्या जेल में करा दी.
जेल में बंद सुंदर उर्फ रितेश यादव ने अमन को गोली मारी थी, लेकिन पूछताछ में सामने आया कि इस हत्या का मास्टरमाइंड आशीष रंजन ही था. अमन सिंह के तीन हत्यारोपियों ने पुलिस को बताया- उन्होंने आशीष के कहने पर वारदात को अंजाम दिया. बाद में हत्याकांड की जिम्मेदारी आशीष रंजन ने खुद एक ऑडियो जारी कर ली थी.