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पितृपक्ष मेले की शुरुआत आज से, मोक्षस्थली गया में पितरों के मोक्ष के लिए पिंडदान , फल्गु के तट पर तर्पण और श्राद्ध के लिए उमड़ी भीड, जानिए क्यों महत्वपूर्ण हैं गया में पिंडदान करना

पितृपक्ष मेले की शुरुआत आज से, मोक्षस्थली गया में पितरों के मोक्ष के लिए पिंडदान , फल्गु के तट पर तर्पण और श्राद्ध के लिए उमड़ी भीड, जानिए क्यों महत्वपूर्ण हैं गया में पिंडदान करना

विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला आज से शुरू हो रहा है. गया धाम पितृपक्ष मेला के लिए सज-धजकर तैयार है. इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से तीर्थयात्रियों के लिए व्यवस्था पूरी कर ली गई है. मेले का उद्घाटन राजस्व भूमि सुधार मंत्री आलोक मेहता दीप जला कर करेंगे.. इस अवसर पर सहकारिता मंत्री डॉ सुरेंद्र प्रसाद यादव, कृषि मंत्री सर्बजीत, सांसद विजय मांझी, एमएलए प्रेम कुमार सहित पंडा समाज के लोग शामिल होंगे. जिला प्रशासन की संभावना है कि इस बार गयाजी में दस से बारह लाख पिंडदानी पहुंच सकते हैं. प्रशासन का दावा है कि उन्हें हर तरह की सुविधा की व्यवस्था की गई है.

वायु पुराण में  गया में पितृपक्ष और पिंडदान की महत्ता का वर्णन किया गया है. आश्विन माह के कृष्ण पक्ष को पितृपक्ष कहा जाता है. वैसे तो गया शहर में सालभर पिडंदानी आते हैं, लेकिन आश्विन माह में पिंडदान करने का विशेष महत्व है.मान्यता है कि पितृपक्ष में मृत शरीर की आत्मा गया धाम के ऊपर विचरण करती है और यहां उनके बेटे-बेटी, बहु या अन्य रिश्तदारों द्वारा दिया गया पिंडदान उन्हें मोक्ष यानी स्वर्ग की राह ले जाता है. गया में यह परंपरा गयासुर नामक असुर के साथ शुरू हुई है.पुराणों के अनुसार यहां भगवान विष्णु अवतरित हुए थे जिनके पैरों के निशान की पूजा विष्णुपद मंदिर में होती है. यहां भगवान राम और सीता ने राजा दशरथ के लिए पिंडदान किया था, इसलिए गया को पितरों की मुक्ति का मुख्य द्वार कहा जाता है.

पितृपक्ष मेले की शुरुआत के साथ हीं पिंड देने की शुरुआत हो जाएगी जो 13 अक्टूबर तक चलेगा.मेला क्षेत्र को खूबसूरती से सजाया गया है. मेले का उद्घाटन विष्णुपद मंदिर के प्रांगण में होगा. पिंडदान और तर्पण के लिए फल्गु के किनारे देवघाट,पितामहेश्वर,ब्राह्मणी घाट और सीताकुंड पर विशेष व्यवस्था की गई है. 

पिंडदानियों की सुविधा के लिए गया शहर के कई मार्गों की यातायात व्यवस्था में परिवर्तन किया गया है.गया शहर में सुबह तीन बजे से 11 बजे तक बड़े वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है. बड़े और छोटे वाहन की पार्किंग के लिए सिकड़िया मोड़ बस स्टैंड,केन्जुई ,पहड़तली, चंदौती बाजार, आईटीसी कैंपस,प्रेतशीला,संक्रणण अस्पताल, पंचयतिया अखाड़ा पॉलिटेक्निक परिसर में व्यवस्था की गई है.

बाहर से आने वाले लोगों के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम का दावा एसएसपी हिमांशु कुमार कर रहे हैं. 4278 पुलिस कर्मियों के साथ 8 डीएसपी स्तर के अधिकारियों को सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया है.इसके अलावा रैपिड एक्शन फोर्स के साथ माउंटेन मिलिट्री फोर्स को भी लगाया गया है.

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