DESK : भारतीय क्रिकेट बोर्ड पिछले कुछ महीनों से लगातार घरेलू क्रिकेट को लेकर एक्टिव नजर आ रही है। न सिर्फ टीम इंडिया में शामिल होने के लिए घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन को महत्व दिया जा रहा है। वहीं अब घरेलू क्रिकेट के प्रति खिलाड़ियों का आकर्षण बढ़ाने के लिए फीस स्ट्रक्चर में बड़ा बदलाव करने जा रही है। जिसके बाद आईपीएल की तर्ज पर रणजी ट्रॉफी खेलनेवाले खिलाड़ी भी हर साल करोड़ों रुपए की कमाई कर सकते हैं.
दरअसल बीसीसीआई की ओर से घरेलू खिलाड़ियों की आय बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है. ये खिलाड़ी भारत के लिए घरेलू टूर्नामेंट्स में अक्सर पसीना बहाते हुए नजर आते हैं लेकिन अब बीसीसीआई उन्हें मेहनत के मुताबिक पैसा देने वाली है. अजीत अगरकर की अध्यक्षता वाली चयन समिति इस फैसले पर विचार कर रही है। जानकारी के अनुसार रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए खिलाड़ियों को सालाना 75 लाख रुपए से 1 करोड़ रुपए तक दिए जा सकते हैं।
अब इन खिलाड़ियों के पैसे बढ़ाए जा सकते हैं और इन्हें दोगुनी फीस मिल सकती है। इस समय रणजी ट्रॉफी के खिलाड़ियों की आय उनके अनुभव पर निर्भर करती है. लेकिन अब नई योजना के तहत सभी खिलाड़ियों को दोगुनी फीस मिल सकती है।
वर्तमान में बीसीसीआई रणजी ट्रॉफी में 40 से अधिक मैच खेलने वालों खिलाड़ियों को प्रति दिन 60,000 रुपए देती है. जबकि 21-40 मैच खेलने वाले खिलाड़ियों को 50,000 रुपए मिलते हैं, इसके साथ ही 20 रणजी मैच खेलने वाले खिलाड़ियों को 40,000 रुपए बीसीसीआई की ओर से दिए जाते हैं.
इस प्रोसेस के तहत विजय हजारे, मुश्ताक अली ट्रॉफी और बीसीसीआई के अन्य घरेलू टूर्नामेंट में भी खिलाड़ियों को ऐसे ही उनका वेतन प्राप्त होता है. अब बीसीसीआई इनकी आय को और बेहतर बनाने के अवसर तलाश रही है.
भारत के लिए जयदेव उनादकट, संदीप शर्मा, अभिनव मुकुंद और पृथ्वी शॉ जैसे कई अन्य होनहार क्रिकेटर घरेलू क्रिकेट में अपना दमखम दिखाते हैं. अब इन खिलाड़ियों के पास भी अधिक वेतन पाने का मौका होगा.