पीएम मोदी को मिला कांग्रेस के अखिलेश का साथ, भारत के नाम को लेकर दिया मुंहतोड़ जबाव

PATNA: देश का नाम इंडिया होगा या भारत, जी हां सियासी गरमाहट के बीच अब एक देश के नाम को लेकर नई राजनीति शुरू हो गई है। दरअसल,G-20 में शामिल सदस्यों के लिए रात्रि भोज का आयोजन किया गया है। वहीं भोज के निमंत्रण में प्रेसीडेंट ऑफ भारत लिखा गया है। जिसे लेकर एक देश में सियासी जंग शुरू हो गई है। विपक्ष के लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री 'INDIA' गठबंधन से डर गए हैं। इसी कारण वह इंडिया शब्द के इस्तेमाल से बच रहे हैं। इसी क्रम में बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने भारत नाम को लेकर अपनी सहमति जताई है। उन्होंने कहा कि भारत नाम से किसको परेशानी हो सकती है। इंडिया ही भारत है भारत ही इंडिया है।   

भारत नाम पर जताई सहमति

बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि, प्रधानमंत्री 10 साल से बस नाम बदलने का काम ही कर रहे हैं। स्टेशन का नाम बदल रहे हैं, बड़े-बड़े लोगों का नाम बदला जा रहा है। भारत को लेकर किसी को असहमति नहीं हो सकती है। इंडिया का नाम तो भारत है ही। भारतवर्षी के नाम से इंडिया जाना जाता है। इससे किसी को कोई परेशानी नहीं है। लेटर को लेकर कहा कि इसमें कोई परेशानी नहीं है भारत से किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। इंडिया भारत है भारत ही इंडिया है। वहीं अगर केंद्र सरकार को इंडिया गठबंधन के नाम से परेशानी है तो उन्हें इस सवाल का जबाव देना चाहिए।  

राष्ट्रपति के पद का अपमान

वहीं वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर अखिलेश सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री इतने ही दिनों से इसको लेकर भाषण दे रहे हैं। लेकिन यह इतनी आसानी से थोड़े ही होगा। वहीं पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में समिति के गठन को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जो राष्ट्रपति के पद पर जाते हैं वह फिर कभी सरकार के नीचे काम नहीं करते हैं। राष्ट्रपति का पद मयार्दा का होता है। वह सरकार के नीचे कभी काम नहीं करते हैं। लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है कि कोविंद के नेतृत्व में समिति का गठन हुआ है और अब पूर्व राष्ट्रपति सरकार के नीचे काम करेंगे। 

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मोदी के हथकंडे

बता दें कि, बीते दिन गैस सिलेंडर के दाम में 200 रुपए की कटौती की गई है जिसे लेकर अखिलेश सिंह ने कहा कि, चुनाव का समय है। कमर तोड़ महंगाई है, महंगाई से आम जनता दब रही है। उन्हें ही लुभाने के लिए अब महंगाई कम की जा रही है। वहीं उदयनिधि के सनातन धर्म पर विवादित बयान को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी सभी जाति धर्म का सम्मान करती है। और सभी धर्म के प्रति एक समान आदर करता है। हमारा संविधान भी ऐसे बयान का इजाजत नहीं देता है। 

सीट शेयरिंग पर भड़के अखिलेश

वहीं सीट शेयरिंग को लेकर कहा कि, इससे किसी को कोई परेशानी नहीं है। वहीं पत्रकारों पर भड़कते हुए उन्होंने कहा कि, सीट शेयरिंग पत्रकारों से पूछ कर नहीं होता है जब होगा तब बता देंगे। इससे किसी को कोई परेशानी नहीं है। साथ ही शिक्षकों के विरोध को लेकर उन्होंने कहा कि, शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए मुख्यमंत्री ने मोटा मोटी सहमति दे दी है। शिक्षकों की परेशानी लगभग खत्म हो चुकी है। संविधान में सबको अधिकार है, प्रदर्शन करने का, इस दिन को जिस रूप से मनाना चाहते हैं मनाएं।