पटना. देश के 508 रेलवे स्टेशनों के जीर्णोद्धार के नाम पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर से भारत के लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं. यह वैसा ही छलवा है जैसा छलावा नए संसद भवन के उद्घाटन के नाम पर हुआ है. पीएम मोदी पर यह आरोप जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने लगाया है. उन्होंने शनिवार को केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए रेलवे स्टेशनों के जीर्णोद्धार का शिलान्यास करने की पीएम मोदी की पहल पर गंभीर सवाल उठाए.
ललन सिंह ने सोशल मीडिया के माध्यम से निशाना साधते हुए कहा, आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 508 रेलवे स्टेशनों के जीर्णोद्धार का शिलान्यास करने वाले हैं, जो इस देश की जनता को छलने का एक नया प्रयोग है। प्रधानमंत्री जी, यह तो बताइए कि 28 मई 2023 को नए संसद भवन का उद्घाटन तो आपने बड़े धूमधाम से किया था, लेकिन उसका दरवाज़ा आज तक नहीं खुला है। नए संसद के गेट पर संतरी खड़ा है। किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं है! क्योंकि जिस अधूरे भवन का उद्घाटन आपने कर दिया, उसका भेद खुल जाएगा..! वाह रे देश की सरकार..!
दरअसल, दिल्ली में देश में नये संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी ने 28 मई 2023 को किया था. लेकिन, उद्घाटन सत्र का देश की अधिकांश विपक्षी पार्टियों ने बहिष्कार किया था. जदयू सहित अन्य दलों की मांग थी कि देश के नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से कराया जाना चाहिए. राष्ट्रपति देश के प्रथम नागरिक होते हैं. वे सत्ता और विपक्ष दोनों के विश्वस्त होते हैं. भारत के लोकतांत्रिक ढांचे में राष्ट्रपति की देश की सुप्रीम पावर हैं. ऐसे में नए संसद भवन का उद्घाटन भी उन्हीं से कराया जाना चाहिए. बावजूद इसके पीएम मोदी ने विपक्ष की मांग को अनसुना कर दिया और उन्होंने खुद ही उद्घाटन किया.
हालांकि नए संसद भवन का उद्घाटन होने के बाद भी संसद का मानसून सत्र पुराने संसद भवन में ही चल रहा है. इसी को लेकर अब ललन सिंह ने पीएम मोदी को निशाने पर लिया है. उन्होंने सवाल किया है कि आखिर क्या वजह है कि नए संसद भवन में किसी को प्रवेश की अनुमति नहीं मिल रही है. ललन सिंह ने कहा कि इसी तरह अब देश के 508 रेलवे स्टेशनों के जीर्णोद्धार के नाम पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश से छलावा कर रहे है.