लखनऊ. शायर मुनव्वर राना का नाम वोटर लिस्ट में नहीं होने पर बुधवार को उन्होंने चुनाव आयोग पर जमकर भड़ास निकाली. राना ने गुस्से में कहा कि ‘अभी तो लिस्ट से नाम कटा, कल हम भी काटे जा सकते हैं’. लखनऊ में रहने वाले मशहूर शायर मुनव्वर राना को वोटर लिस्ट में अपना नाम नहीं मिला. इस पर उन्होंने कुछ यूं अपना दर्द बयां किया. उन्होंने कहा- 'जब हुकूमत खुद वोट देने का मौका नहीं दे रही है तो दुख किस बात का है. यह चुनाव मुद्दों पर नहीं हो रहा है. हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी पार्टी मजहब और धर्म के नाम पर चुनाव करा रही है.'
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में बुधवार को 59 सीटों पर मतदान हो रहा था. इसमें मुनव्वर राना का विधानसभा क्षेत्र भी शामिल है. वे बुधवार को जब मतदान करने पहुंचे तो उनका नाम वोटर लिस्ट में नहीं था. इसी को लेकर उन्होंने निराशा जताई और जमकर चुनाव आयोग सहित बिना नाम लिए सत्ताधारी दल पर निशाना साधा.
राना ने कि 'जहां रहता हूं उसके बराबर में ही पोलिंग बूथ है. मेरी खुशनसीबी है. मेरे लिए बगल में वोट डालना आसान था. लेकिन जब कल यहां के सभासद से मैंने पर्ची मांगी तो पता चला कि मेरा वोट ही नहीं है. वोटर लिस्ट में नाम ही नहीं है. सिर्फ मेरी पत्नी का नाम है. उनको पर्ची मिल गई थी. उन्होंने कहा कि जाहिर सी बात है कि इसमें क्या कर सकते हैं. पिछले चुनाव के वक्त मेरा वोट था. मैं यह आरोप नहीं लगाऊंगा कि मेरा वोट जानबूझकर काटा गया लेकिन इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये सुशासन नहीं कुशासन है. इसे बदइंतजामी ही कहेंगे कि हमारी पर्ची हमारे पास नहीं आई और हम वोट नहीं डाल पाए.
वहीं एक चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा कि इलेक्शन कमीशन में बैठें है गांधी जी के तीन बंदर प्रशासन जो वोट इधर उधर कर के किसी को भी जिता सकता है. हाल के समय में मुन्नवर राना कई बार भाजपा के खिलाफ तीखी बयानबाजी कर चुके हैं. अब उनका नाम वोटर लिस्ट में नहीं होने से एक और विवाद खड़ा हो गया है.