नवादा. मंडल कारा नवादा में दो दिन पूर्व एक कैदी की आत्महत्या से आक्रोशित ग्रामीणों ने शव पहुंचने के बाद जमकर बवाल काटा. कैदी का शव पहुंचाने गए पुलिस पर ग्रामीण का गुस्सा फूट पड़ा. मंडल कारा के कैदी विजय मांझी ने जेल में आत्महत्या किया था. गांव में उसके शव को पहुंचते ही ग्रामीण उग्र हो गए और पुलिस टीम पर हमला कर दिया जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। शाहपुर ओपी के एसआई रविकांत उपाध्याय तथा काशीचक के एएसआई दुर्गा प्रसाद और दो सिपाही जखमी हो गये।
घायलों में शाहपुर ओपी थाना के एसआई रविकांत उपाध्याय को गम्भीर चोटें आई जिन्हें पावापुरी स्थित विम्स रेफर कर दिया गया है। वहीं काशीचक थाना के एएसआई दुर्गा प्रसाद और सिपाही को स्थानीय बौरी पीएचसी में भर्ती कराया गया। यह घटना बुधवार की रात हुई जब मृतक कैदी विजय मांझी का शव पटना पीएमसीएच से पोस्टमार्टम के बाद उसका शव गांव पहुंचा। शव के साथ ग्रामीण ने बौरी काशीचक रोड को जाम कर दिया।
सड़क जाम की सूचना पर वहां पहुंची काशीचक थाना पुलिस व शाहपुर ओपी पुलिस पर आक्रोशित ग्रामीणों ने हमला कर दिया। गुरुवार को ग्रामीणों ने सड़क को जाम कर यह मांग रखी कि जिन ग्रामीणों को हिरासत में लिया गया है उसे तत्काल छोड़ा जाए और मृतक के परिजनों को मुआवजा दिया जाए। जाम की सूचना मिलते ही सदर एसडीएम उमेश भारती, पकरीबरावां एसडीपीओ मुकेश कुमार साह और कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची।
इस दौरान कई बार पुलिस प्रशासन और ग्रामीणों के बीच नोकझोंक भी होता रहा। काफी घंटे बाद ग्रामीणों को समझाने के बाद जाम को हटाया गया और शव को अंतिम संस्कार के लिए भेजा गया. फिलहाल गांव में पुलिस और प्रशासन की टीम एहतियातन कैंप कर रही है। आपको बताते चलें मंडल कारा के कैदी विजय मांझी ने 30 अगस्त की रात में आत्महत्या कर लिया था जिसके बाद यह बवाल खड़ा हुआ।