GAYA : बिहार के गया जिले में एक और नाबालिग से दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है। यह शर्मनाक वाक्या जन्माष्टमी के दिन उस समय घटना घटी। जब महादलित परिवार के घटवार समाज की नाबालिग लड़की अपने घर के अंदर सोई हुई थी कि अचानक गांव के दो युवक उसे अकेले देखकर दुष्कर्म किया।
इस सम्बन्ध में पीड़िता ने बताया कि गांव के ही रंजीत कुमार और सचिन कुमार ने उसके साथ दुष्कर्म किया है। उसने बताया उसके चिल्लाने पर घर के दूसरे तरफ सोई उसके माँ और चाची ने रंजीत को पकड़ लिया। लेकिन सचिन भागने में सफल हो गया। लेकिन मामला इतना पर नहीं रुका। पीड़िता और उसके परिजनों की माने तो पुलिस की संवेदनहीनता सामने आ रही है। परिजनों ने बताया कि पकड़े गए रंजीत कुमार को पुलिस बुलाकर उसके हवाले कर दिया। लेकिन जब पीड़िता पुलिस के साथ थाने जा रही थी तो पीड़िता और उसके परिजनों को पुलिस यह कह कर डरा दिया कि थाने में दुष्कर्म का मामला दर्ज कराओगी तो पेपर में छप जाएगा। फिर गहन जांच होगी और फजीहत में पड़ जाओगी।
उसने बताया की पुलिस ने थाने में ले जाकर दूसरी कहानी बनाकर आवेदन लिखवा दिया और दोनों आरोपी को छोड़ दिया है। जबकि पीड़िता चीख चीख कर बता रही थी कि उसके साथ दुष्कर्म हुआ है और मुझे इंसाफ चाहिए। लेकिन पुलिस ने ना नहीं पीड़िता का 164 का बयान कराया और ना ही मेडिकल जांच कराया। बहरहाल मेडिकल जांच रिपोर्ट होने से पीड़िता के आरोपो की पुष्टि हो जाती। पीड़िता गरीब घर से और जंगली क्षेत्र से आती है। हाई प्रोफाइल वाले मामले में देर सबेर पीड़िता को न्याय मिल जाती है। लेकिन इस महादलित नाबालिग को इंसाफ मिल पाएगी या नहीं या उसकी चीख जंगलों में ही गुम हो जाएगी।
हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोलकाता रेप कांड के बाद कहा है कि महिलाओं के साथ अपराधों को क्षमा नहीं किया जा सकता। ऐसे अपराधों और अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। अब मर्माहत पीड़िता ने एसएसपी कार्यालय पहुंचकर एसएसपी आशीष भारती से इंसाफ की गुहार लगाई है। एसएसपी आशीष भारती ने थानाअध्यक्ष को पीड़िता का बयान लेकर उचित कार्रवाई करने को कहा है।
गया से मनोज की रिपोर्ट