मंझधार में फंसी राजनीति ! लोकसभा चुनाव में BJP के कद्दावर नेता को 'नगर निगम इलेक्शन' वाली रणनीति से पटखनी देगा महागठबंधन, दिखने लगी तस्वीर

PATNA: भाजपा के गढ़ में ही राजद ने बीजेपी को चुनौती देने की बड़ी रणनीति बनाई है. यह रणनीति मोतिहारी नगर निगम चुनाव में सफल होते दिखी जब सांसद राधामोहन सिंह के लाख कोशिश के बाद भी उनके प्रत्याशी की करारी हार हुई थी. अब वही फार्मूला मोतिहारी लोस सीट के लिए आजमाने की रणनीति पर काम किया जा रहा. भाजपा के कद्दावर नेता को घर में घेरने की पूरी तैयारी की जा रही है. जहां भाजपा एक माह से महासंपर्क अभियान में लगी है, दूसरी तरफ शहरी क्षेत्र के जनप्रतिनिधि ही राजद के साथ गोलबंद होते दिख रहे हैं. यानि अब शहरी वोटर भी कहीं न कहीं भाजपा या उनके नेता से खासे नाराज हैं. शहरी क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों खासकर पिछड़े-अतिपिछड़े सदस्यों को पाले में लाकर महागठबंधन भाजपा सांसद को बैकफुट पर लाने में जुटा है. 

फिर से चुनावी मैदान में उतने को तैयार हैं राधामोहन 

मोतिहारी लोकसभा सीट से एक बार फिर से भाजपा सांसद राधामोहन सिंह चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं.मोतिहारी में सुशील मोदी से लेकर सम्राट चौधरी का कार्यक्रम कराया गया. दोनों नेताओं ने ऐलान किया कि एक बार फिर राधामोहन सिंह ही मोतिहारी से भाजपा के प्रत्याशी होंगे. यानि अभी से ही उम्मीदवारी की घोषणा हो गई. बिहार में मोतिहारी पहली लोकसभा सीट है जहां से भाजपा नेताओं ने अपने प्रत्याशी की घोषणा की है. वैसे 201९ के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान राधामोहन सिंह ने ऐलान किया था कि यह उनका अंतिम चुनाव है. घोषणा उनके पक्ष में गया और वोटरों ने राधामोहन को फिर से चुनाव जीता कर लोकसभा भेजा. खैर...उनके इस ऐलान के चार साल हो गए। समय के साथ ऐलान की बात भी वो भूल गए। लिहाजा फिर से 2024 चुनाव को लेकर राधामोहन सिंह ने कमर कस ली है. जमकर जनसंपर्क कर रहे,नेताओं के कार्यक्रम करा रहे. सुशील मोदी ने जहां मोतिहारी से वहीं प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने अरेराज की धरती से राधामोहन सिंह की मौजूदगी में ऐलान किया है हमारे उम्मीवार यही होंगे

शहरी ताकत को तोड़ने की कोशिश 

इधर, राधामोहन सिंह के विजय रथ को रोकने को लेकर मोतिहारी में बड़ा गुट सक्रिय है. दल के अंदर भी राधामोहन सिंह के विरोधियों की कमी नहीं है. भाजपा कोर वोटर भी स्थानीय सांसद से खासे नाराज हैं. विरोधी मोतिहारी में नगर निगम चुनाव वाला फार्मूला आजामाना चाहते हैं. इसकी तैयारी शुरू हो चुकी है. मोतिहारी नगर निगम के वार्ड सदस्यों को राधामोहन सिंह के खिलाफ में खड़ा करने की कोशिश की जा रही है.इसमें बड़े स्तर पर सफलता मिलते भी दिखी. हफ्ते भर पहले मोतिहारी में राजद ने बड़ा कार्यक्रम किया. जिसमें 60 फीसदी से अधिक वार्ड सदस्य या उनके प्रतिनिधि शामिल हुए . इससे मैसेज देने की कोशिश हुई कि भाजपा का शहरी वोट भी सुरक्षित नहीं. वार्ड पार्षदों के माध्यम से राधामोहन सिंह विरोधी वोटों को गोलबंद करने की कोशिश की जा रही है. वहीं प्रखंड के पंचायत समिति सदस्यों को भी नगर निगम मेयर पति ने अपने पाले में कर लिया है. यानि अभी से ही शह-मात का खेल शुरू है. 

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बता दें, इस बार नगर निगम चुनाव में मोतिहारी में भाजपा सांसद राधामोहन सिंह के प्रत्याशी की करारी हार हुई थी. भाजपा के कद्दावर नेता ने अपने प्रत्याशी को जीताने के लिए हर कोशिश की लेकिन असफलता हाथ लगी थी. यह उनके लिए एक बड़ा झटका के समान था. राधामोहन सिंह की इस असफलता ने यह साबित कर दिया कि अब जिला मुख्यालय ही उनकी पकड़ से बाहर हो गया. विपक्ष की तरफ से बिझाए गए जाल में भाजपा के कद्दावर नेता फंस गए थे और उनके प्रत्याशी की करारी हार हो गई। हार में दल के अंदर के धूर विरोधियों की भी बड़ी भूमिका रही. अगर यही गुस्सा व नाराजगी आगामी लोकसभा चुनाव तक रही तो भाजपा के लिए चुनाव जीतना आसान नहीं होगा.