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ए़़डीएम के बेटे की मौत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई सामने, बताया नशा मुक्ति केंद्र में कैसे हुई थी मौत

ए़़डीएम के बेटे की मौत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई सामने, बताया नशा मुक्ति केंद्र में कैसे हुई थी मौत

 बीते 12 जनवरी को पटना में संचालित नशा मुक्ति केंद्र में एडीएम के बेटे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। जिसमें मौत की असली वजह भी बता दी गई है। अब तक पटना प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय में पदस्थापित एडीएम सूरज कुमार सिन्हा के 16 वर्षीय बेटे आयुष कुमार की मौत की वजह मारपीट को बताई जा रही थी। लेकिन फुलवारी थाना को पटना एम्स की तरफ से जो रिपोर्ट भेजी गई है। उसमें मौत की वजह मारपीट नहीं, बल्कि सांस की नली में अनाज का दान फंसने को बताया गया है। रिपोर्ट के अनुसार  दाना के अंश ट्रेकिया और ब्रोंकास में मिले हैं। साथ ही रिपोर्ट में साफ कर दिया गया है कि आयुष के शरीर के बाहर या अंदर किसी तरह का इंज्युरी नहीं पाई गई है। 

अनाज का दाना फंसने से आयुष सांस नहीं ले सका और उसकी मौत हो गई। इस दौरान यह साफ कर दिया कि आयुष के शरीर जो निशान मिले थे, वह किसी मारपीट की वजह से नहीं, बल्कि सीपीआर देने के कारण हुए थे।  हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बारे में अभी कोई भी पुलिस अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं। एम्स प्रशासन ने भी कुछ बताने से इनकार कर दिया। मामला एडीएम के बेटे से जुड़ा है, इसलिए पुलिस फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है। आयुष की मौत 12 जनवरी को एम्स में हुई थी। 

एडीएम ने मानस अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ पर दर्ज कराया था केस
उससे पहले उसका इलाज फुलवारी के मौर्य विहार रोड नंबर 3 स्थित मानस अस्पताल में चल रहा था। इस अस्पताल के संचालक डॉक्टर संतोष कुमार हैं। इस अस्पताल में वैसे मरीजों को भर्ती किया जाता है जिसे नशे की लत होती है। आयुष को भी नशे की लत थी। इसलिए एडीएम ने बेटे को 21 दिसंबर को यहां भर्ती किया था। उसकी मौत के बाद एडीएम ने अस्पताल के संचालक डॉ संतोष और वहां के स्टाफ सुजीत पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था‌। आयुष का पोस्टमार्टम एम्स के तीन डॉक्टरों की टीम ने किया था। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी हुई थी।

जांच के लिए  मजिस्ट्रेट-डॉक्टरों की टीम
एडीएम सूरज कुमार सिन्हा के बेटे की मौत के मामले में जांच टीम का गठन किया गया है। डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि पीड़ित पक्ष द्वारा नशा मुक्ति केंद्र की वैधता की जांच के लिए आवेदन दिया गया था। इस आवेदन के आलोक में जांच के लिए एक मजिस्ट्रेट और डॉक्टरों की टीम गठित करने का निर्देश दिया गया है। यह टीम अस्पताल की वैधता की जांच करेगी।

फुलवारीशरीफ का यह अस्पताल मानक के अनुरूप है या नहीं इसकी जांच होगी। वहीं, मौत के मामले की जांच के लिए मेडिकल बोर्ड गठित करने के लिए एसएसपी का प्रस्ताव मिला है। इस प्रस्ताव के आलोक में जल्द मेडिकल बोर्ड का गठन किया जाएगा। दोनों जांच टीम की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।


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