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RERA का डंडा ! मुश्किल में 'सरिता विहार' प्रोजेक्ट...42 करोड़ की अनुमानित मूल्य पर लग सकता है 10 फीसदी जुर्माना

RERA का डंडा ! मुश्किल में 'सरिता विहार' प्रोजेक्ट...42 करोड़ की अनुमानित मूल्य पर लग सकता है 10 फीसदी जुर्माना

PATNA:  बिहार में धड़ल्ले से बिना निबंधन के ही टाउनशिप बसाने का खेल जारी है. न सिर्फ राजधानी पटना व आसपास के इलाके बल्कि सूबे के दूसरे जिलों में भी प्रमोटर-डेवलपर्स खुल्लम खुल्ला रेरा को ठेंगा दिखा रहे हैं. पूर्णिया में एक ऐसे ही गैरनिबंधित प्रोजेक्ट 'सरिता विहार' की रेरा में सुनवाई हुई। सुनवाई अंतिम चरण में है. रेरा की तरफ से बिना निबंधित प्रोजेक्ट का प्रचार-प्रसार करने के आरोप में अनुमानित कॉस्ट रिपोर्ट मंगा लिया गया है. टेक्निकल विंग ने सरिता विहार प्रोजेक्ट की अनुमानित कीमत 42 करोड़ बताया है. रेरा की तरफ से अनुमानित मूल्य की 10 फीसदी राशि तक जुर्माना लगाया जा सकता है.   

रेरा ने स्वतः संज्ञान लेते हुए सरिता विहार इंफ्रा सिटी डेवलपर्स को नोटिस जारी किया था. लेकिन कंपनी के प्रतिनिधि बेंच के समक्ष हाजिर नहीं हुए थे. कंपनी पर आरोप है कि बिना रेरा निबंधन के ही पूर्णिया में सरिता विहार प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा । शिकायत के बाद रेरा ने स्वतः संज्ञान लिया. रेरा बेंच में 5 जनवरी को हुई सुनवाई में कंपनी को पूर्णिया एसपी के माध्यम के एसएचओ द्वारा नोटिस तामिला का आदेश दिया था. 5 जनवरी को रेरा बेंच के समक्ष हुई सुनवाई में शिकायतकर्ता रेरा ने बताया था कि सरिता विहार परियोजना पंजीकृत नहीं है, 2015 से ही निर्माण कार्य चल रहा है. इस संबंध में शिकायती मेल प्राप्त हुआ। इसके बाद स्वतः संज्ञान लेते हुए कार्रवाई प्रारंभ की गई। सुनवाई के दौरान सरिता विहार इंफ्रा सिटी डेवलपर्स की तरफ से कोई प्रतिनिधि हाजिर नहीं हुआ। इसके बाद नोटिस तामिला कराने के लिए पूर्णिया के संबंधित एसएचओ के माध्यम से नोटिस देने का आदेश हुआ। साथ ही रेरा बेंच ने प्राधिकरण के तकनीकी बेंच को निदेशित किया कि प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत का आकलन कर रिपोर्ट दें. 

10 फरवरी को भी इस मामले में सुनवाई हुई है. स दिन बेंच में कंपनी की तरफ से वकील ने अपना पक्ष रखा. कंपनी के वकील ने जवाब दाखिल करने के लिए कुछ समय की मांग की. साथ ही विज्ञापन की कॉपी भी उपलब्ध कराने की मांग की. 5 जनवरी को हुई सुनवाई में बेंच ने रेरा की टेक्निकल विंग से प्रोजेक्ट का अनुमानित मूल्य की रिपोर्ट देने को कहा था, ताकि जुर्माना लगाई जा सके. इस पर टेक्निकल विंग की तरफ से रिपोर्ट जमा की गई है. विंग की तरफ से सरिता विहार का अनुमानित मूल्य 44 करोड़ दिया गया है. बेंच ने शिकायतकर्ता को आदेश दिया कि एक सप्ताह के अंदर विज्ञापन के सबूत दें. साथ ही कंपनी से कहा गया है कि एक हफ्ते के अंदर अपना जवाब दाखिल करें. ऐसा नहीं करते हैं तो बेंच आदेश जारी कर देगा. इस केस की अगली सुनवाई 21 फरवरी को होगी.  

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