DESK : कोलकात्ता में अस्पताल में ड्यूटी के दौरान महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और मर्डर की घटना का विरोध अब देशव्यापी हो गया है। देश के हर कोने में अब पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग होने लगी है। वहीं इसी बीच घटना के पांच दिन बाद राहुल गांधी ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने पूरी घटना को क्रूर और अमानवीय कृत करार दिया है। साथ ही उन्होंने कहा है कि इस घटना से डॉक्टर्स कम्युनिटी और महिलाओं के बीच असुरक्षा का माहौल है। इस दौरान उन्होंने स्थानीय प्रशासन पर आरोपियों को बचाने की कोशिश का आरोप भी लगाया है।
राहुल गांधी ने एक्स में किए एक पोस्ट में कहा है कि जूनियर डॉक्टर के साथ हुए क्रूर और अमानवीय कृत्य की परत दर परत जिस तरह खुल कर सामने आ रही है, उससे डॉक्टर्स कम्युनिटी और महिलाओं के बीच असुरक्षा का माहौल है
उन्होंने कहा कि पीड़िता को न्याय दिलाने की जगह आरोपियों को बचाने की कोशिश अस्पताल और स्थानीय प्रशासन पर गंभीर प्रश्न खड़े करता है. इस घटना ने सोचने पर मजबूर कर दिया है कि अगर मेडिकल कॉलेज जैसी जगह पर डॉक्टर्स सेफ नहीं हैं तो किस भरोसे अभिभावक अपनी बेटियों को पढ़ने बाहर भेजें? निर्भया केस के बाद बने कठोर क़ानून भी ऐसे अपराधों को रोक पाने में असफल क्यों हैं?
दोषियों को ऐसी सजा मिले कि समाज में नजर बन जाए
उन्होंने कहा कि हाथरस से उन्नाव, और कठुआ से लेकर कोलकाता तक महिलाओं के खिलाफ लगातार बढ़ती घटनाओं पर हर दल, हर वर्ग को मिलकर गंभीर विचार-विमर्श कर ठोस उपाय करने होंगे. मैं इस असहनीय कष्ट में पीड़िता के परिवार के साथ खड़ा हूं. उन्हें हर हाल में न्याय मिले और दोषियों को ऐसी सज़ा मिले जो समाज में एक नजीर की तरह प्रस्तुत की जाए.