News4nation desk : 15 मई 2020 तक, देश भर के विभिन्न राज्यों से कुल 1074 “श्रमिक स्पेशल” ट्रेनें चलाई गई। पिछले 15 दिनों में 14 लाख से अधिक फंसे हुए लोगों को उनके गृह राज्य पहुंचाया जा चुका है। यह जानकारी रेलवे की ओर से दी गई है।
रेलवे की ओर से कहा गया है कि विभिन्न स्थानों पर पलायन करके गए फंसे श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों की आवाजाही के संबंध में गृह मंत्रालय के आदेश के बाद, भारतीय रेलवे ने “श्रमिक स्पेशल” ट्रेनों के संचालन का निर्णय लिया। भारतीय रेलवे देश भर में 1074 "श्रमिक स्पेशल" ट्रेनें चला रही है
पिछले 3 दिन के दौरान प्रति दिन 2 लाख से अधिक लोगों को ले जाया गया। आने वाले दिनों में, इसे प्रति दिन 3 लाख यात्रियों तक बढ़ाया जा सकता है
रेलवे ने कहा है कि मिशन "बैक होम" को तेज गति से चलाते हुए 1074 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही है। 1 मई से शुरु हुए श्रमिक स्पेशल ट्रेन से 15 मई की आधी रात तक 14 लाख लोगों को उनके गृह जिला तक पहुंचाया गया है।
वहीं इसमें सबसे बात यह है कि पिछले 3 दिन के दौरान प्रति दिन 2 लाख से अधिक लोगों को ले जाया गया है। आने वाले दिनों में इसे प्रति दिन 3 लाख यात्रियों तक पहुंचाने की उम्मीद है।
रेलवे की ओर से कहा गया है कि इन 1074 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को आंध्र प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल, गोवा, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार जैसे विभिन्न राज्यों से चलाया गया।
इन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मिजोरम, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगालजैसे विभिन्न राज्यों में समाप्त कर दिया गया था।
रेलवे ने कहा है कि अब यात्रियों को भेजने वाले और उन्हें अपने यहां लेने वाले राज्य की सहमति के बाद ही रेलवे द्वारा ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में, चढ़ने से पहले यात्रियों की उचित जांच सुनिश्चित की जाती है। यात्रा के दौरान यात्रियों को मुफ्त भोजन और पानी दिया जाता है।