ARWAL : प्रगतिशील लेखक संघ जिला इकाई अरवल द्वारा 23 सितंबर, 2022 को पूर्वाह्न 11 बजे से जगदीश ब्रजकिशोर उच्च माध्यमिक विद्यालय, कामता, अरवल के परिसर में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की 114 वीं जयंती मनायी जा रही है। प्रगतिशील लेखक संघ के बिहार राज्य कार्यसमिति सदस्य व अरवल जिला सचिव गजेन्द्र कान्त शर्मा ने इस आयोजन की जानकारी दी है।
शर्मा ने बताया कि रामधारी सिंह दिनकर भारतीय समाज की सामूहिक चेतना के लेखक हैं। वे इतिहास, राजनीति और संस्कृति के उद्भट विद्वान थे। इसलिए उनके साहित्य में इतिहास, राजनीति और संस्कृति के जटिल सवालों का रचनात्मक उत्तर मिलता है। उनके प्रसिद्ध काव्यों- महाकाव्यों में पौराणिक कथाओं का आधुनिक आख्यान मिलता है।
उन्होंने बताया कि दिनकर का लेखन ब्रिटिश साम्राज्यवाद से भारतीय उपमहाद्वीप की मुक्ति का लक्ष्य लेकर चलता है। इसलिए उनके साहित्य में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के भीतर मौज़ूद राजनीतिक विचारों के अनेक स्तरों को देखा और समझा जा सकता है। स्वातंत्र्योत्तर भारत में व्याप्त राजनीतिक और सामाजिक अंतर्विरोधों को उजागर करते हुए दिनकर जनता के सवाल को प्रमुखता से प्रतिष्ठित हैं। इसलिए उनके सहित्य में जनता के लिए सत्ता से जबरदस्त मुठभेड़ है।
शर्मा ने बताया कि दिनकर के व्यक्तित्व और साहित्य में अनेक ऐसे संदर्भ हैं जिनसे हमारी पीढ़ी को सीखना होगा। धर्म, राजनीति और संस्कृति के सवालों से मौजूदा भारतीय समाज घिरा हुआ भी है और एक हद तक पीड़ित भी है। दिनकर का साहित्य इन सवालों का हमें सही जवाब सुझाता है। इसी के मद्देनज़र प्रगतिशील लेखक संघ ने 114 वीं जयंती वर्ष के मौके पर काव्य-पाठ के साथ ‛दिनकर हमें क्या सिखाते हैं ?’ विषय पर विमर्श का आयोजन भी किया है। इस आयोजन में सैकड़ो की संख्या में लेखक, कलाकार, बुद्धिजीवी, सामाजिक-सांस्कृतिक कार्यकर्ता, शिक्षक, अधिवक्ता, छात्र-नौजवान शामिल हो रहे हैं।