लालू-तेजस्वी को रविशंकर प्रसाद ने कार्रवाई से बचने का दिया बड़ा सुझाव, कहा- परेशानी से बचना है तो अपनाएं यह रास्ता

BODH GAYA : लालू प्रसाद के बेटे-बेटियों के घर पर हुई ईडी की रेड को लेकर बिहार में सियासत चरम पर है। जहां राजद ने इस कार्रवाई के बाद नीतीश सरकार से मांग की है कि वह जांच एजेंसियों को बिहार में कार्रवाई करने से रोकने के लिए कानून बनाएं। वहीं दूसरी तरफ भाजपा के लोग इस कार्रवाई के लिए जदयू नेता ललन सिंह को ही जिम्मेदार बता रहे हैं। ऐसे में पटना साहिब से सांसद, पूर्व केंद्रीय मंत्री व वरिष्ठ अधिवक्ता रविशंकर प्रशाद ने भी कार्रवाई को लेकर बड़ी बात कह दी है।
सांसद रविशंकर प्रसाद ने गया में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में इडी, सीबीआई की जांच पर जो सवाल उठा रहे हैं उन्हें मालूम होना चाहिए कि चारा घोटाला, अलकतरा घोटाला में क्या हुआ? कोर्ट ने सजा दे दिया, तब घोटाला का शिकायत सुशील कुमार मोदी और ललन सिंह थे,जो आज वर्तमान में जदयू का अध्यक्ष है।
लालू प्रसाद यादव 2004 से 2009तक रेलवे मंत्री रहे और 2005से 2008तक तेजस्वी यादव ने 9प्रोपर्टी की खरीदारी की है,उसी प्रकार तेज प्रताप यादव ने भी 7 प्रोपर्टी की खरीद की है। लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री रहते हुए जमीन दो नौकरी लो की तर्ज पर 3.50 एकड़ की महंगी जमीन जो बेली रोड में अवस्थित है। रेल मंत्री रहते हुए लालू प्रसाद यादव ने रेल मंत्रालय का दो नामी होटल को सस्ते दामों पर सुजाता ग्रुप को बेच डाला।
कार्रवाई से बचने के लिए कोर्ट जाएं
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अगर सीबीआई और ईडी से इतना ही परेशानी है तो लालू, तेजस्वी और तेज प्रताप को कोर्ट का रास्ता देखना चाहिए।एक सवाल के जवाब में रविशंकर प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार अपना दामन बचाने में लगे हैं।2017 में राजद से क्यों अलग हुए थे? राजद से भ्रष्टाचार के कारण ही न।
उक्त अवसर भाजपा जिला अध्यक्ष प्रेम प्रकाश ऊर्फ चिंटू, भाजपा जिला मिडिया प्रभारी युगेश कुमार, शामिल थे