DESK. महंगाई को काबू करने के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की तरफ से बुधवार को रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट का इजाफा करने का ऐलान किया गया. इससे रेपो रेट 4.40% से बढ़कर 4.90% हो गई है. यानी होम लोन से लेकर ऑटो और पर्सनल लोन सब कुछ महंगा होने वाला है और आपको ज्यादा EMI चुकानी होगी. रिजर्व बैंक के गर्वनर शक्तिकांत दास ने बुधवार को मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक में लिए गए फैसले के बारे में जानकारी दी.
रेपो रेट बढ़ने से आम लोगों की जेब पर असर पड़ेगा. आरबीआई के इस फैसले के बाद होम लोन, कार लोन समेत अन्य लोन पर ब्याज की दरें बढ़ जायेंगी. जिसके कारण ईएमआई की रकम बड़ी हो जायेगी. मालूम हो कि यह एक महीने में दूसरी बार है जब लोगों पर ईएमआई का बोझ बढ़ा है.
आरबीआई की तरफ रेपो रेट बढ़ाने का असर बैंकों के करोड़ों ग्राहकों पर पड़ेगा. रेपो रेट बढ़ने से बैंकों की तरफ से ग्राहकों को दिया जाना वाला कर्ज महंगा हो जाएगा. ब्याज दर बढ़ने का असर ईएमआई पर होगा. ग्राहकों की पहले के मुकाबले ईएमआई बढ़ जाएगी.
आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिवसीय बैठक का आज अंतिम दिन है. यह बैठक सोमवार यानी 6 जून से शुरू हुई थी जो 8 जून तक चली. इस फाइनेंशियल ईयर में आरबीआई एमपीसी की कीसरी बैठक थी. बेकाबू होती महंगाई और जियोपॉलिटीकल फैक्टर्स के बीच समिति के सदस्य इस बात पर सहमत हुए कि फिलहाल रेपो रेट बढ़ाने के अलावा और कोई उपाय नहीं है.