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ककोलत में बाढ़ आने पर सैकड़ों की जान बचाने पर सम्मानित व्यक्ति को भेजा गया जेल, पर्यटन स्थल की 35 साल से कर रहे थे देखरेख

ककोलत में बाढ़ आने पर सैकड़ों की जान बचाने पर सम्मानित व्यक्ति को भेजा गया जेल, पर्यटन स्थल की 35 साल से कर रहे थे देखरेख

अवैध वसूली का लगा आरोप, आपदा  विभाग ने किया था सम्मानित जानिए क्या है मामला

NAWADA : बिहार के कश्मीर कहे जाने वाले ककोलत की रूपरेखा बदलने वाले केयरटेकर के रूप में कार्य करने वाले जमुना पासवान आज जेल का हवा की खा रहे हैं। पूरी ककोलत जलप्रपात की देखरेख 35 साल से जमुना पासवान कर रहे थे। 

उन्होंने पूर्व के इंटरव्यू में भी बताया था कि उनके दादा इस ककोलत को काफी बेहतर बनाने को लेकर बहुत प्रयास किए थे और यहां पर सैलानियों की आने को लेकर जागरूक करते थे। लेकिन लोग यहां नहीं आते थे। दादा के निधन के बाद जमुना पासवान ने इस ककोलत की देखरेख किया और यहां पर बाढ़ की स्थिति में नहाने के दौरान लोगों को डूबने से बचाये। जिसको लेकर वर्ष 2019 को आपदा प्रबंधन विभाग के मुख्य सचिव के द्वारा पटना में यमुना पासवान को सम्मानित किया गया था। 

अवैध वसूली का लगा आरोप

लोगों की जान बचाने वाले को सोमवार को प्रशासन ने गिरफ्तार कर अवैध पार्किंग वसूली के नाम पर जेल भेज दिया है। गोविंदपुर प्रखंड के ककोलत जलप्रपात में पार्किंग के नाम पर हो रहे अवैध वसूली की खेल को रविवार को एसडीओ आदित्य कुमार पीयूष ने उजागर कर दिया है। एसडीओ ने कार्रवाई करते हुए पार्किंग के नाम पर सैलानियों से अवैध वसूली करने वाले 2 लोगों को गिरफ्तार किया है और पांच वॉल्यूम रसीद को भी जब्त किया है।ककोलत जलप्रपात आने वाले सैलानियों से अवैध तरीके से गाड़ी पार्किंग के नाम पर महीनों से मोटी रकम वसूली जा रही है। सालों तक काम करने के कारण कोई भी उनका विरोध नहीं करता था।


कार्रवाई का विरोध

वहां के स्थानीय दुकानदारों के द्वारा एक दिन दुकान भी बंद रखा गया है। स्थानीय लोग कहते हैं कि अगर यमुना प्रसाद यहां पर नहीं रहते तो यहां की साफ-सफाई यहां की देखरेख कोई भी नहीं करता और यहां पर लगभग 30 से 35 हजार की सैलानियों की भीड़ प्रतिदिन देखा जाता है। लड़ाई झगड़ा मारपीट की नौबत भी यहां पर एक दूसरे में जब आता है तो यमुना पासवान ही मोर्चा संभालते हुए लोगों को शांत कराते हैं और यहां पर किसी भी प्रकार से माहौल को बिगड़ने नहीं देते हैं। ऐसे में उन्हें यहां से हटाने के लिए यह साजिश रची गई है, ताकि उनकी जगह किसी दूसरे को यहां नियुक्त किया जा सके। 

कई लोगों की लगी है नजर

ककोलत जलप्रपात में कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे थे और उन्होंने इसकी जमकर तारीफ की थी। साथ ही यहां पर्यटन की संभावना को भी बढ़ावा देने की बात कही थी। माना जा रहा है सीएम के दौरे के बाद से ककोलत जलप्रपात पर कई लोगों की नजर लग गई है और किसी न किसी तरह से पुराने लोगों को यहां से हटाने 

गौरतलब हो कि यमुना पासवान वर्षों से अपने लड़कों के साथ मिलकर ककोलत जलप्रपात में आने वाले सैलानियों को सुरक्षा प्रदान करते आ रहे थे।

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