PATNA- बिहार में क्राइम कंट्रोल करने के लिए राज्य सरकार ने STF को बड़ी जिम्मेदारी दी है। राज्य में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स ने छह नक्सली समेत 31 फरार बदमाशों की सूची जारी की है। इन सभी अपराधियों पर पुलिस द्वारा पहले से इनाम घोषित है। एसटीएफ के अपर पुलिस महानिदेशक सुशील कुमार खोपड़े ने बताया कि इन कुख्यात अपराधियों को दबोचने के लिए एसटीएफ के जवान कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
एसटीएफ की सूची के मुताबिक, 31 फरार बदमाशों में से 15 पर तीन लाख रुपये का इनाम घोषित है। बारह पर दो लाख रुपये और चार पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित है। इन फरार बदमाशों की सूचना देने वालों को इनाम दिया जाएगा। बशर्ते कि इनकी सूचना पर इनको दबोचा जा सके। ये पुलिस को नाक में दम कर रखे हैं। एसटीएफ इन बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह छापेमारी कर रही है।
एडीजी ने बताया कि इनमें छह नक्सली गतिविधि में संलिप्त कुख्यात बदमाश हैं। इनमें से एक जमुई और पांच औरंगाबाद के रहने वाले हैं। इन में नक्सली कमांडर नंदलाल यादव उर्फ नितेशजी उर्फ इरफान भी है। इस पर 27 मामले दर्ज हैं। यह गया जिले के थाना मैगरा के तारवाडीह गांव का रहने वाला है। राजेन्द्र यादव उर्फ विवेक उर्फ ब्रेक 30 नक्सली वारदातों में नामजद है। इस पर पहले 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। जिसे इजाफा कर सरकार ने अब तीन लाख रुपये कर दिया है।
इसी तरह गया जिले के सीताराम रजवार उर्फ रमणजी पर एक लाख रुपये का इनाम था। जिसे बढ़ाकर तीन लाख रुपये किया गया है। जारी 31 इनामी अपराधियों की सूची में सबसे ज्यादा वैशाली, औरंगाबाद और बेगूसराय जिले के हैं। ये सभी घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। पुलिस के सहयोग से एसटीएफ इन्हें ढूंढ रही है। मगर अब तक सफलता नहीं मिली है।