DESK: कभी-कभी जीवन में ऐसा मोड़ आ जाता है जब सब कुछ अंधकारमय लगने लगता है। लेकिन उम्मीद की एक किरण भी जिंदगी बदल सकती है। ऐसा ही कुछ हुआ ब्रिटिश महिला शार्लेट के साथ। डिप्रेशन और चिंता से जूझ रही शार्लेट ने एक दिन जिंदगी से हार कर आत्महत्या करने का फैसला कर लिया। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।
एक नई शुरुआत
इंग्लैंड के वेस्ट यॉर्कशायर में रहने वाली शार्लेट एक दिन रेलवे ट्रैक पर खड़ी हो गई थी। वह ट्रेन के सामने कूदकर अपनी जिंदगी खत्म करना चाहती थी। लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ जिसने उसकी जिंदगी बदल दी। ट्रेन का ड्राइवर डेव ने उसे देखा और ट्रेन रोक दी। डेव ने शार्लेट को काफी देर समझाया और उसे जीने का कारण दिया।
लोको पायलट से हुआ प्यार
दरअसल, एक रिपोर्ट की मानें तो शार्लेट ले इंग्लैंड के वेस्ट यॉर्क्स के ब्रैडफोर्ड में रहती थी। 33 साल की शार्लेट ले 2 बच्चों की मां थीं और साथ ही एक नर्स भी थीं। लेकिन इस दौरान डिप्रेशन और एंग्जाइटी की शिकार थी। एक दिन जिंदगी से तंग आकर शार्लेट ने मौत को गले लगाने का निर्णय ले लिया। इसके लिए वो रेलवे ट्रक पर जाकर खड़ी हो गई। शार्लेट रेलवे ट्रक पर खड़ी ट्रेन के इंतजार में थी। लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। शार्लेट जिस ट्रेन से कटने वाली थी उस ट्रेन के लोको पायलट ने समय रहते इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया।
एक नया रिश्ता
शार्लेट और डेव की मुलाकात एक दुर्घटना थी, लेकिन इस दुर्घटना ने दोनों की जिंदगी बदल दी। शार्लेट ने डेव की मदद से अपनी जिंदगी को एक नई दिशा दी। धीरे-धीरे दोनों के बीच दोस्ती हुई और फिर प्यार हो गया। कुछ समय बाद दोनों ने शादी कर ली। आज शार्लेट तीन बच्चों की मां है और एक खुशहाल जीवन जी रही है।
जागृति की रिपोर्ट