बिहार कांग्रेस में दरार ! कांग्रेस विधायक प्रतिमा दास ने प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास पर लगाए गंभीर आरोप, कहा- संगठन को कर रहे हैं कमजोर

PATNA: बिहार के सीएम नीतीश कुमार का सपना कि सभी विपक्षी पार्टी एकजुट होकर आगमी लोकसभा चुनाव में केंद्र की मोदी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेकेंगी। कहीं ना कहीं टूटे हुए नजर आ रहा है। एक तरफ जहां दिल्ली में काग्रेस के सातों सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी की घोषणा के बाद आम आदमी पार्टी और कांग्रेस आमने सामने आ गई है। वहीं बिहार कांग्रेस में भी दरार देखने को मिल रहा है। इन सभी मामलों को लेकर सियासी गलयारों में यह अटकलें होने लगी है कि जल्द ही I.N.D.I.A में टूट हो जाएगी। 

प्रदेश प्रभारी पर गंभीर आरोप

दरअसल, मामला बिहार कांग्रेस से जुड़ा है। जानकारी अनुसार कांग्रेस की विधायक प्रतिमा दास ने बिहार कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास पर गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रतिमा दास ने कहा है कि, भक्त चरण दास बिहार में संगठन को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। विधायक का आरोप है कि प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास ने बिहार में कांग्रेस को कमजोर करने की कसम खा ली है। 


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महिलाओं की हो ही है अनदेखी

बता दें कि, प्रतिमा दास का कहना है कि हमलोग विपरीत परिस्थितियों में चुनाव जीतकर आने वाले जनप्रतिनिधि हैं। इसलिए एक बार तो हम जैसे विधायक से भी पूछना चाहिए कि प्रदेश कमिटी में कौन ठीक रहेगा कौन नहीं, संगठन में जगह मिलनी चाहिए कि नहीं। उनका कहना है कि कांग्रेस संगठन में 33 फीसदी महिलाओं को जगह मिलती है यह कांग्रेस के बायलॉज में है। हमारी नेता सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, खड़गे महिलाओं को तरजीह दे रहे हैं। महिला लीडरशिप डेवलप करने पर लगातार काम हो रहा है, लेकिन कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास इसकी अनदेखी कर रहे हैं। बिहार में कांग्रेस के दो महिला विधायक हैं। इनके साथ कभी कोई मीटिंग नहीं करते हैं।

आलाकमान से करेंगी शिकायत

वहीं प्रतिमा दास ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता ने गुरुवार को दिल्ली में आयोजित होने वाली बैठक को स्थगित कर दी है। लेकिन इस बैठक की जानकारी पार्टी के लोगों ने उन्हें नहीं दी थी। उनका कहना है कि उन्हें मीडिया के द्वारा इस बात की जानकारी मिली है। वहीं विधायक ने कहा है कि वह आलाकमान से इस मामले में शिकायत करेंगी। उनका आरोप है कि भक्त चरण दास को जिस उद्देश्य से भेजा गया है वह नहीं कर रहे हैं और पार्टी को कमजोर कर रहे हैं।