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'धानुक' पर दंगल ! JDU में धानुक जाति के 'सांसद-विधायक' को समाज माफ नहीं करेगा, भड़के जेडीयू महासचिव ने अपने ही MP-MLA को खूब सुनाया

'धानुक' पर दंगल !  JDU में धानुक जाति के 'सांसद-विधायक' को समाज माफ नहीं करेगा, भड़के जेडीयू महासचिव ने अपने ही MP-MLA को खूब सुनाया

PATNA: बिहार में जाति आधारित गणना के आंकड़ों पर हर स्तर पर प्रश्नचिन्ह खड़े किए जा रहे हैं. यादव-कुर्मी और मुसलमानों को छोड़ दें तो हरेक जाति के लोगों को गणना के आंकड़े पर संदेह है। सरकार की रिपोर्ट में अति पिछड़ों की आबादी सबसे अधिक 36 प्रतिशत बताई गई है। मगर, उनके बीच से भी विरोध के स्वर उठ रहे हैं। धानुक समाज से आने वाले जेडीयू महासचिव ने सीएम नीतीश को चिट्ठी लिख जातिगत गणना की रिपोर्ट पर सवाल खड़े किए हैं. इसके बाद इसी समाज से आने वाले सांसद-विधायक सरकार के पक्ष में उतर गए हैं. 

जेडीयू महासचिव ने सीएम नीतीश को लिखा पत्र

जदयू के प्रदेश महासचिव प्रगति मेहता ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर धानुक जाति की आबादी की ठीक से गिनती न करने की शिकायत की है। दो दिन पहले ही जेडीयू के प्रदेश महासचिव प्रगति मेहता ने नीतीश कुमार को पत्र लिखा. जेडीयू महसाचिव प्रगति मेहता ने अपने पत्र में कहा है कि जातीय गणना की रिपोर्ट में धानुक जाति की आबादी मात्र 2.1393% (2796605) बताई गई है, जो सही प्रतीत नहीं होता है. बिहार के विभिन्न जिलों में धानुक जाति की बहुलता है. मुंगेर, बेगुसराय, झंझारपुर, अररिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, सीतामढ़ी, जमुई, बांका, पटना, भागलपुर, शेखपुरा, लखीसराय, नालंदा सहित कई अन्य जिलों में इस जाति की बहुलता है. धानुक जाति के नेता सह जेडीयू महासचिव की आपत्ति के बाद इस समाज से आने वाले जेडीयू के नेता जाति गणना की रिपोर्ट को सही करार देने में जुट गए. 

विरोधियों के इशारे पर काम कर रहे जेडीयू महासचिव 

धानुक समाज से आने वाले जेडीयू के सांसद-विधायक ही प्रगति मेहता के खिलाफ मैदान में उतर गए. विधायक दामोदर रावत ने कहा है कि जेडीयू के महासचिव प्रगति मेहता ने जातिगत गणना पर जो आपत्ति दर्ज की है वह उनके दूषित मानसिकता को दर्शाता है. धानुक जाति की संख्या पूर्व जनगणना के बाद आनुपातिक ढंग से बढ़ी है.  इस पर विवाद का कोई आधार नहीं है. पूरे बिहार में जातिगथ गणना सही ढंग से हुआ है. कोई भी इस पर प्रश्न चिन्ह नहीं खड़ा कर सकता है. जेडीयू विधायक ने तो यहां तक कह दिया कि जातिगत गणना पर जो भी सवाल खड़ा करता है वह विरोधियों के इशारे पर ऐसा कर रहा.

धानुक समाज समाज के सांसद-विधायक से मांगेगा हिसाब

धानुक समाज से आने वाले सांसद-विधायक ही जातिगत गणना को सही करार दे रहे. इसके बाद जेडीयू महासचिव प्रगति मेहता ने दोनों को करारा जवाब दिया है. सोशळ मीडिया पोस्ट कर प्रगति मेहता ने अपने समाज से आने वाले इन दोनों नेताओं को कड़ा जवाब दिया है और कहा है कि धानुक समाज आपको माफ नहीं करेगा. पता नहीं किस दबाव में ये दोनों समाज विरोधी भाषा बोल रहे हैं. धानुक समाज आप सांसद दिलेश्वर कामत और विधायक दामोदर रावत से हिसाब मांगेगा.  



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