रीतलाल यादव का भाई ही निकला मास्टरमाइंड... अब क्या कहेंगे RJD विधायक ? 35 कैंडिडेट से 60-60 हजार रू की हुई थी वसूली...आधा पैसा पिंकू यादव को रखना था

रीतलाल यादव का भाई ही निकला मास्टरमाइंड... अब क्या कहेंगे RJ

PATNA : 22 अगस्त को पटना एम्स के चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर पर हुए जानलेवा हमले में दानापुर के राजद विधायक रीतलाल यादव के भाई पिंकू यादव ही मास्टमाइंड निकला. विधायक के भाई के इशारे पर ही एम्स के सुरक्षा अधिकारी पर हमला हुआ था. रीतलाल यादव का भाई जबरन अपने आदमियों को गार्ड में बहाली कराना चाहता था. पैंतीस अभ्यर्थियों से 60-60 हजार रू भी वसूले गए थे. वसूली गई रकम में आधी राशि पिंकू यादव को रखना था. बाकि का पचास फीसदी राशि में बंटवारा होता था. पटना पश्चिम के पुलिस अधीक्षक अभिनव धीमन ने पूरे मामले से पर्दा उठा दिया है. उन्होंने बताया कि शूटर्स मॉनिंग वाक के दौरान ही एम्स के सुरक्षा अधिकारी पर हमला करने की फिराक में थे, लेकिन उसमें सफलता नहीं मिली. 

विधायक के भाई ने अपने लोगों से कराया हमला

पुलिस अधीक्षक अभिनव धीमन ने बताया कि एम्स के चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर पीएन राय पर हमला पिंकू यादव के इशारे पर ही किया गया था। जिसमें एम्स में काम करनेवाले सिक्योरिटी ऑफिसर और एक गार्ड भी शामिल था। पुलिस ने इस पूरी साजिश का खुलासा करते हुए बताया कि कोलकात्ता आरजी मेडिकल कॉलेज हादसे के बाद से सभी एम्स में सिक्योरिटी को बढ़ाने का निर्णय लिया गया था। जिसमें पटना एम्स की सिक्योरिटी में 25 परसेंट यानि लगभग 50-60 नए गार्डस की बहाली होनी है। गोलीबारी की पूरी घटना इन्हीं नियुक्ति से जुड़ी है।

पिंकू यादव चाहता था पैसे लेकर उनके कैंडिडेट की हो बहाली

पुलिस के अनुसार पिंकू यादव एम्स में गार्ड की नियुक्ति में अपने लोगों को रखना चाहता था। जिसके लिए उसने एम्स में फिल्ड सिक्योरिटी ऑफिसर का काम करनेवाले गुड्डू यादव, जो कि पिंकू यादव का रिश्तेदार बताया गया और सिक्योरिटी गार्ड राजकुमार यादव की मदद ली। सभी ने चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर पर उनकी नियुक्ति के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया। साथ ही गार्डों की एक  लिस्ट भी उन्हें सौंप दी। लेकिन सीओएस ने उनकी लिस्ट को अप्रूव करने से मना कर दिया। पुलिस ने बताया कि बीते 19 अगस्त को पिंकू यादव ने अपने फोन से एम्स सीओएस को लिस्ट एप्रूव करने की धमकी थी। ऐसा नहीं होने पर अंजाम भुगतने की चेतावनी दी। धमकी के अगले दिन ही उन पर हमला कर दिया गया। 

पुलिस की माने तो पिंकू यादव ने लगभग 38 लोगों से गार्ड की नौकरी दिलाने के नाम पर 60 हजार से एक लाख रुपए ले लिए थे। जिसमें 50 परसेंट राशि वह अपने पास रखनेवाला था। जबकि 20 हजार वह सीओएस को देनेवाला था। अन्य पैसा दूसरी जगह पर खर्च होने वाला था। लेकिन एम्स सीओएस के इनकार के बाद उसकी परेशानी बढ़ गई थी।फिलहाल, पुलिस ने दो लोगों फिल्ड सिक्योरिटी ऑफिसर गुड्डू यादव और सिक्योरिटी गार्ड राजकुमार यादव को गिरफ्तार किया है। जबकि पिंकू यादव अभी भी फरार बताया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि पिंकू यादव की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पिंकू यादव का फोन रिकार्डिंग भी दिया है. जिसमें वो एम्स के अधिकारी जो वादी हैं, उनको धमकी दे रहा है.गिरफ्तारी के बाद आवाज का मिलान किया जायेगा. पूरे मामले का मास्टर माइंड राजद विधायक रीतलाल यादव का भाई पिंकू यादव निकला है. पुलिस के डर से आरोपी भाई फरार है. ऐसे में विधायक रीतलाल यादव अब क्या करेंगे. क्यों कि 23 अगस्त को खुद विधायक सामने आए थे. इस पूरे मामले में आरजेडी विधायक रीतलाल यादव ने शुक्रवार (23 अगस्त) को बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि अगर मेरे भाई ने गोली चलाई है तो वह खुद पुलिस को लाकर दे देंगे.

रीतलाल यादव ने कहा था कि मेरे भाई ने पीएन राय को फोन किया होगा. यह बात सही हो सकती है. उन्होंने साफ कहा कि जो आरोप लगे हैं बिल्कुल निराधार हैं. यह हम नहीं कहेंगे जो पीएन राय हैं वो खुद इस बात से आश्वस्त नहीं हैं कि गोली किसने चलाई है. ये हमारे परिवार से वर्षों से जुड़े हुए हैं. वो दूसरे जिले के रहने वाले हैं, लेकिन उनका जन्म ही खगौल में हुआ है. उनके पूर्वज यहीं रहते थे. वो काफी गरीबी झेले हैं. काफी नजदीक से हम लोगों के विषय में जानते हैं. हम लोग भी जानते हैं. नया वो भी नहीं हैं और नया हम लोग भी नहीं है.