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महिला जदयू की प्रदेश महासचिव लक्ष्मी झा का बयान, बोलीं उमेश कुशवाहा के अध्यक्ष बनने से संगठन को मिलेगी मजबूती

महिला जदयू की प्रदेश महासचिव लक्ष्मी झा का बयान, बोलीं  उमेश कुशवाहा के अध्यक्ष बनने से संगठन को मिलेगी मजबूती

पटना... बिहार में सियासी टशन के बीच सीएम नीतीश कुमार ने चौंकाने वाला फैसला करते हुए उमेश कुशवाहा को जेडीयू का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। उमेश कुशवाहा पूर्व विधायक रह चुके हैं। उनके पहले बशिष्ठ नारायण सिंह प्रदेश अध्यक्ष थे। इस ऐलान के बाद अब बधाई देने वालों का तांता भी लग गया है। इस कड़ी में महिला जदयू की प्रदेश महासचिव लक्ष्मी झा ने उमेश कुशवाहा को प्रदेश अध्यक्ष बनने पर बधाई दी है। 

महिला जदयू की प्रदेश महासचिव लक्ष्मी झा ने कहा कि सरकार बनने के बाद से जदयू में बड़े बदलाव हो रहे हैं। पार्टी के लिहाज से ये सही भी है। नीतीश कुमार पार्टी को मजबूती प्रदान करने के लिए लगातार प्रयत्नशील हैं। नीतीश कुमार के नेतृत्व में जिस प्रकार बिहार लगातार विकास की ओर बढ़ रहा है। ठीक पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष की बागडोर पहले आरसीपी सिंह के अनुभवी हाथों को सौंपा और अब पार्टी के ही कद्दावर नेता उमेश कुशावाहा को सौंप कर नीतीश कुमार ने अपनी मंशा साफ कर दी है कि वो संगठन को मजबूत करने के लिए कभी भी बड़े फैसले ले सकते हैं। 

बता दें कि उमेश कुशवाहा महनार से विधायक रह चुके हैं। सूत्रों की मानें तो रविवार की सुबह ही सीएम नीतीश कुमार ने उमेश कुशवाहा को मुलाकात करने के लिए बुलाया था। इसके बाद ही उमेश कुशवाहा को सूबे में नए जेडीयू अध्यक्ष बनाने को लेकर अटकलबाजी का दौर शुरू हो गया था। अंत में प्रदेश अध्यक्ष के रूप में उनका नाम सामने आया। 

बिहार प्रदेश जेडीयू के कार्यकारिणी की बैठक में सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने फैसले से सबको चौंका दिया। कार्यकारिणी की बैठक में जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष के पद पर दादा की जगह महनार के पूर्व विधायक उमेश कुशवाहा के नाम का एलान होने के साथ ही उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया। 

राजपूत जाति से आने वाले जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह एक लंबे अरसे से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद पर बने हुए थे, लेकिन अब जेडीयू में राष्ट्रीय अध्यक्ष लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक की कुर्सी पर अपने पुराने वोट बैंक  के आधार पर अपने तबके से आने वाले नेताओं को कमान सौंपी गई है। अब देखना है इसका लाभ जेडीयू को  कितना मिल पाता है।


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