MUZAFFARPUR : मुजफ्फरपुर के कुढ़नी विधानसभा चुनाव में अपनी जीत की दावेदारी कर रहे महागठबंधन को बड़ा झटका लगा है। टिकट नहीं मिलने से निराश होकर कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र में सहनी समाज के बीच अपना जनाधार रखने वाले शेखर सहनी ने राजद से दिया इस्तीफा दे दिया है। बताता जाता शेखर सहनी कुढ़नी में पिछड़ों के बड़े नेता हैं और उनका पिछड़े वर्ग का बड़ा वोट बैंक है। लेकिन लगातार पार्टी से टिकट देने के नाम मिल रहे धोखे के बाद अब उन्होंने राजद का साथ छोड़ने का ऐलान किया है।
1993 से लालू प्रसाद के लिए वफादारी के साथ जुड़े रहे
बता दें कि शेखर सहनी 1993 से लालू यादव के साथ पार्टी के कई पदों पर रहकर राजनीति करते आ रहे थे हालांकि उन्हें आश्वासन टिकट को लेकर दिया गया था। खुद लालू प्रसाद कई बार उन्हें टिकट देने की कई बार आश्वासन दिया गया। 2020 के चुनाव में भरोसा दिया गया। लेकिन टिकट नही मिला। उप चुनाव में उम्मीद थी कि टिकट दिया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ऐसे में कारण आज सोमवार को उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
इस्तीफा देने के दौरान पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हमारे साथ छलावा किया गया है तब आकर हमारा टिकट काटा गया जबकि हमें लालू यादव ने इस बार पूरा आश्वासन दिए थे कि इस बार टिकट आप को ही मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ अब हम 16 नवंबर से पहले नया निर्णय लेंगे। शेखर सहनी ने कहा कि यह तो महागठबंधन को आठ दिसंबर को पता चलेगा कि शेखर सहनी क्या चीज है।
मुकेश सहनी से रहेंगे दूर
महागठबंधन से अलग होने के बाद मुकेश सहनी के साथ जाने की संभावनाओं को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि वह मुकेश सहनी को पसंद नहीं करते हैं। ऐसे में वह उनके साथ नहीं जाएंगे।
बताते चलें कि महागठबंधन के जदयू प्रत्याशी पूर्व मंत्री मनोज कुशवाहा आज नामांकन करेंगे लेकिन उनके नामांकन से पहले ही राजद को इस झटके से क्या असर पड़ेगा वह तो चुनाव के नतीजे आने के बाद ही पता चलेगा।