NAWADA : राजद नेता कैलाश पासवान
हत्याकांड की मुख्य आरोपी डॉ. सुमन सौरभ ने नवादा कोर्ट में आज सरेंडर कर दिया।
पुलिस पिछले कुछ दिनों से सुमन सौरभ को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही थी।
कोर्ट में सुमन सौरभ ने कहा कि उन्हें इस मामले में फंसाया गया है। आरोप है कि
सुमन सौरभ ने सुपारी दे कर इस घटना को अंजाम दिलाया है।
सुमन सौरभ पर आरोप
राजद के जिला महासचिव कैलाश पासवान के अपहरण के बाद हत्या
कर दी गयी थी। घटना 7 जुलाई की है। शव दो टुकड़ों में मिला था। मृतक का शरीर नालंदा जिला के खुदागंज थाना
क्षेत्र से और सिर नारदीगंज थाना क्षेत्र के बुच्ची गांव में पंचाने नदी से बरामद
किया था। इस मामले में छोटू गुप्ता, गौतम कुमार, विवेक कुमार और उमेश सिंह को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस
ने इन्हें रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ की थी। अपराधियों से पूछताछ के बाद बिहार
सेवा संस्थान की सचिव सुमन सौरभ पर सुपारी देकर हत्या करवाने का आरोप है।
बिहार सेवा संस्थान में चलता था देह व्यापार !
चर्चा है कि बिहार सेवा संस्थान में देह व्यापार का कारोबार
कई साल से चल रहा था। कहा जा रहा है कि पासवान की हत्या में जमीन का मामला, एक
बहाना है । असल में कैलाश पासवान, डॉ सुमन सौरभ द्वारा चलाये जा रहे देह व्यापार
के करोबार को जान गये थे। कैलाश पासवान के छोटे पुत्र संजय कुमार का कहना है कि इसी
राज को दबाने के लिए जमीन का मामला बना कर मेरे पिता जी के साथ अक्सर मारपीट की
जाती थी। उसने बताया कि छबीलापुर से शव मिलने के बाद 8 जुलाई को सुमन सौरभ ने एक-एक
कर हत्या की धमकी दे रही थी।
विक्षिप्त महिलाओं के आश्रम पर लगी थी रोक
जिस स्थान पर बिहार सेवा संस्थान बनाया गया है वहां बुद्ध
भगवान का एक मंदिर बना हुआ। डॉ सुमन सौरभ ने बौद्ध धर्म अपना लिया है। उत्कृष्ट
कार्यों के लिये सुमन सौरभ को राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुका है। इनके संस्थान
में कुछ साल पहले विक्षिप्त महिलाओं का आश्रम भी चला करता था। समाज सेवा के नाम पर
संस्थान में कई तरह के कार्य किये जाते थे। वहां भूमि विवाद के सिलसिले में एक साल
पहले भी लोगों से मारपीट हुई थी। बताया जाता है कि जब इस संस्थान में चल रहे विक्षिप्त
महिलाओं के आश्रम पर प्रशासन ने रोक लगा दी तब सुमन सौरभ ने इसे शुरू करने के लिए
पूरा जोर लगाया था।