PATNA : चारा घोटाले में सजायाफ्ता होने के बाद से लालू के जेल में रहने के बाद से बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की ड्रामेबाजी और छोटे बेटे तेजस्वी के राजनीति के मिस्टर इंडिया होने के बाद से राबड़ी लगातार पार्टी को बचाने के प्रयास में लगी हैं। चाहे वह स्थापना दिवस समारोह हो ,सदस्यता अभियान या फिर इफ्तार जैसा महत्वपूर्ण मौका।
वहीं घर में प्रतिदिन कट रहे बवाल से हलकान लालू परिवार के दोनों बेटे ने अलग-अलग रास्ते अपना लिए हैं।
लोकसभा चुनाव से पहले काफी सक्रिय दिखने वाले तेजस्वी यादव करारी हार के बाद से लगातार राजनीतिक पर्दे से गायब नजर आ रहे हैं। वही अपनी पत्नी को तलाक देकर तेजप्रताप यादव कभी कोर्ट तो कभी ब्यूटी पार्लर तो कभी साधु का भेष धरकर वृंदावन और बनारस का चक्कर लगाने में मस्त हैं।
दूसरी तरफ अकेली राबड़ी देवी हर कीमत पर राष्ट्रीय जनता दल को बचाने में जुटी हैं। राबड़ी सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की अगुवाई में सदस्यता अभियान की शुरुआत की गई है। सब को भरोसा था की सदस्यता अभियान के शुरुआत के मौके पर तेजस्वी यादव जरूर मौजूद रहेंगे लेकिन यहां भी तेजस्वी ने पार्टी और परिवार दोनों को ठेंगा दिखा दिया खासतौर पर इस अवसर पर तेजस्वी को बुलाया गया था। लेकिन वह नहीं आए।
इन सब हरकतों को देखते हुए सदस्यता अभियान के लक्ष्य को पूरा करने के लिए राबड़ी देवी ने कमर कस लिया है। सदस्यता अभियान को तेज कैसे किया जाए और लक्ष्य तक कैसे पहुंचा जाए व साथ ही पार्टी को विपरीत परिस्थितियों में मजबूती प्रदान करने के लिए राजद ने सभी विधायकों के साथ-साथ जिला अध्यक्षों को भी बुलाया है।
गौरतलब है की तेजस्वी यादव पर राबड़ी देवी को भरोसा था। लेकिन बार-बार बुलाने के बावजूद पार्टी के कार्यक्रमों में भाग लेने से कतरा रहे हैं।
पार्टी सूत्रों की माने तो बैठक 16 अगस्त को बुलाई गई है