पटना... किसान आंदोलन को लेकर राजद आज धरना देने वाली थी, लेकिन इस बीच बड़ी खबर यह है कि धरना की अनुमति जिला प्रशासन नहीं दी है। सुबह से ही राजद कार्यकर्ता गांधी मैदान में जुटने लगे थे। धरना को लेकर सारी व्यवस्था की गई थी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी समेत बड़े नेताओं को बैठने के लिए गांधी मूर्ति के ठीक नीचे दरी व माइक की व्यवथा की जा रही थी, तभी जिलाप्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और धरना स्थल से सामान को हटाने लगी।
इस बीच धरने पर लगे रोक को लेकर राजद के वरिष्ठ नेता से शिवानंद तिवारी से न्यूज4नेशन के संवाददाता देबांशु ने खास बात चीत की। शिवानंद तिवारी ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि नीतीश सरकार के शासन में अब गांधी की मूर्ति को भी कैद कर रखा है। उन्होंने कहा कि जब बिहार में आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत को बैठक की इजाजत मिल सकती है तो हमें क्यों रोका जा रहा है। हम नीतीश सरकार के इस कदम की घोर निंदा करते हैं।
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने केंद्र के नए कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताते हुए आंदोलन का ऐलान किया है। उनकी अगुवाई में महागठबंधन के नेता आज यानी शनिवार को गांधी मैदान में गांधी प्रतिमा के समक्ष धरना देंगे। शुक्रवार को राजद कार्यालय में बातचीत में उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र के किसान और मजदूर विरोधी फैसलों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सहभागी हैं। केंद्र सरकार आज जो बातचीत कर रही है, वह कानून बनाने से पहले होनी चाहिए थी। उन्होंने राज्य के सभी किसानों और संगठनों से बिल के खिलाफ सड़कों पर उतरने की अपील की।