पटना/कोझीकोड. लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल का विस्तार अब बिहार से केरल तक हो जाएगा. केरल की क्षेत्रीय पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल का विलय गुरुवार को राजद में होगा. बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की उपस्थिति में कोझीकोड में आयोजित कार्यक्रम में राजद में LJD का विलय होगा. दोनों पार्टियों के हाथ मिलाने से अब राजद की उपस्थिति बिहार के अतिरिक्त झारखंड और केरल विधानसभा में हो जाएगा. LJD के एक विधायक हैं जो अब राजद के विधायक हो जाएंगे.
दरअसल, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पार्टी के राष्ट्रीय विस्तारीकरण कार्यक्रम के तहत गुरुवार को केरल के कोझिकोड में विलय सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। लोकतांत्रिक जनता दल पार्टी के नेता पूर्व सांसद श्रेयम्स कुमार, केरल विधानसभा में पार्टी नेता, पूर्व मंत्री एवं कुथुपरम्बा विधानसभा क्षेत्र से विधायक केपी मोहनन सहित सभी ज़िलाध्यक्षों के साथ केरल में दल का विधिवत रूप से RJD में विलय करेंगे। श्रेयम्स कुमार पूर्व सांसद समाजवादी नेता एमपी विरेंद्र कुमार के सुपुत्र तथा मातृभूमि चैनल, मलयालम दैनिक मातृभूमि समेत अनेक पत्र-पत्रिकाओं के मालिक हैं.
इस विलय के बाद झारखंड और बिहार के बाद अब केरल में भी राजद के विधायक होंगे। वहीं अगले लोकसभा चुनाव के पहले लालू यादव की पार्टी का यह एक बड़ा मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है. इससे एक ओर पार्टी का तीन राज्यों में विस्तार हो गया है, वहीं दूसरी ओर राजद अब इसी तरह अगर अपना विस्तार बरकारार रखती है तो वह राष्ट्रीय पार्टी बनने की ओर बढ़ जाएगी. एलजेडी के प्रदेश अध्यक्ष एमवी श्रेयम्स कुमार ने कहा कि विलय से भाजपा के "सांप्रदायिक फासीवाद" के खिलाफ संघर्ष मजबूत होगा क्योंकि राजद ने कभी भी सांप्रदायिक ताकतों का समर्थन नहीं किया है।
राष्ट्रीय पार्टी बनने की शर्तें क्या है? : कोई पार्टी तीन राज्यों के लोकसभा चुनाव में 2 फीसद सीटें जीते। चार लोकसभा सीटों के अलावा कोई पार्टी लोकसभा में छह फीसदी वोट हासिल करे या विधानसभा चुनावों में कम से कम चार या इससे अधिक राज्यों में छह फीसदी वोट जुटाए। कोई पार्टी चार या इससे अधिक राज्यों में क्षेत्रीय पार्टी के रूप में मान्यता रखे। इन शर्तों में जो पार्टी एक भी शर्त पूरा करती है तो उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलता है। ऐसे में राजद अब तीन राज्यों की विधानसभा में अपनी उपस्थिति दर्ज करा लेगी. यह उसके राष्ट्रीय पार्टी बनने की ओर एक बड़ा कदम होगा. हालांकि उसे अन्य प्रकार की अहर्ता पूरी करने के लिए फ़िलहाल इंजतार करना होगा.