न्यूज़ 4 नेशन डेस्क : बिहार में शराबबंदी को लेकर नीतीश सरकार जो भी दावा कर ले लेकिन जमीन हकीकत किसी से छिपी नहीं. बिहार में जिनके कंधों पर शराबबंदी लागू करने की जिम्मेदार है वहीं शराबखोरी मे लगे हैं.
ताजा मामला मधेपुरा रेलवे स्टेशन का है. जहां नशे में धुत्त आरपीएफ के जवानों ने फोटो और वीडियो लेने पर स्थानीय पत्रकारों से मारपीट की और उन्हें 3 घंटे तक बंधक बनाए रखा. घटना की जानकारी मिलते ही कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और आरपीएफ के जवानों के बंधन से दोनों पत्रकारों को मुक्त कराया. पत्रकारों के बयान पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया है और मामले की जांच में जुट गई है. वहीं FIR दर्ज होने के बाद से चारों RPF के जवान फरार बताए जा रहे हैं.
ठंड पर खबर करने गए थे पत्रकार
बढ़ती ठंड पर खबर बनाने दो पत्रकार मंगलवार की देर रात मधेपुरा रेलवे स्टेशन गए थे. इसी दौरान स्टेशन पर उन्हें एक महिला की लाश पड़ी मिली। जिसके बाद दोनों पत्रकार आरपीएफ जवान का वर्जन लेने उनके बैरक में पहुंचे। रिपोर्टर के अनुसार तभी उनकी नजर रेलवे बैरक में बैठकर जाम छलका रहे आरपीएफ के जवान पर पड़ी. पत्रकार ने आरपीएफ के जवानों का शराब पीते वीडियो बना लिया. तभी आरपीएफ जवानों की नजर कैमरे पर पड़ी तो उन्होंने कैमरा तोड़ दिया। इसके बाद मोबाइल तोड़कर दोनों पत्रकारों को पीटा और उन्हें कमरे में बंद कर फरार हो गए. जिसके बाद किसी तरह पत्रकारों ने अपने ऑफिस में फोन कर कैद होने की जानकारी दी. सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुँच दोनों को मुक्त कराया. पुलिस का कहना है कि चारों जवान मौके से फरार हैं. एक जवान का नाम आनंद विजय यादव बताया जा रहा है.