फर्जी आधार कार्ड के साथ रूसी नागरिक गिरफ्तार, वीजा समाप्त होने के बाद बाबा बनकर गुजार रहा था जिंदगी

NALANDA : फर्जी आधार कार्ड के साथ नालंदा पुलिस ने एक रूसी नागरिक को गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से बंगाल के पते पर बना फर्जी आधार कार्ड बरामद हुआ है। वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद वह नव नालंदा महाविहार में विपश्यना करने आया था। पुलिस ने वीजा में भी छेड़छाड़ की आशंका जतायी है। युवक ने अपना नाम अलेक्जेंडर तमित्री चेंको बताया है। वह रूस का रहने वाला है। 

उसने पुलिस को बताया कि वह 29 जनवरी 2020 को मलेशिया से 21 जनवरी 2021 तक का वीजा लेकर भारत आया था। कोरोना महामारी के कारण उसे 30 सितंबर 2021 तक भारत में रहने की स्वीकृति मिली। वह दो जून को धम्म विपश्यना केन्द्र में विपश्यना करने आया था। 

थाना प्रभारी दिनेश सिंह ने बताया कि इसके पास से कोलकाता के पते पर बना हुआ फर्जी आधार कार्ड बरामद हुआ। वीजा में भी छेड़छाड़ किया गया है। नव नालंदा महाविहार द्वारा संचालित विपश्यना केन्द्र में दस दिनों का विपश्यना करने आया था। जांच के दौरान अधिकारी को उसपर शक हुआ। 

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उन्होंने तीन जून को नोटिस देकर छह जून तक दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा था। लेकिन, उसने फर्जी आधार कार्ड दिखाया। वीजा के अनुसार इन्हें 90 दिन ही भारत में रहना था। इसमें छेड़छाड़ किया गया है। उसे कोर्ट में प्रस्तुत कर दिया गया है।

अलेक्जेंडर से बना आलोक बाबा

 पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद रूसी नागरिक अलेक्जेंडर ने बताया कि वह 2020 में टूरिस्ट वीजा पर 3 महीने के लिए भारत आया था. उसी दौरान कोरोना के कारण लॉकडाउन लग गया, जिसमें वो फंस गया और बंगाल में रहने लगा. उसने अपना नाम अलेक्जेंडर की जगह आलोक बाबा रख लिया और उसी दौरान इसने बंगाल में ही अपने नाम पर बंगाल के पता पर आधार कार्ड भी बनवा लिया. फिलहाल पुलिस गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ कर रही है.