नवगछिया... गंगा किनारे सफेद बालू के खनन का खेल जोरों पर चल रहा है। तीन टंगा बालू घाट से करीब हर दिन 100 से 150 ट्रैक्टर अवैध बालू लेकर चल रहे हैं। मगर, प्रशासन सख्त नहीं है। बालू माफिया सफेद बालू बेचकर काला धन जमा करने में लगे हुए हैं। गंगा घाट से करीब एक महीने में 28 लाख रुपए की अवैध बालू का खनन किया जा रहा है, जिसमें किसान से लेकर भू माफिया सहित सभी का कमीशन सेट है।
मालूम हो कि गंगा से महज 50 मीटर की दूरी पर बालू माफिया लगातार बालू खनन कर रहे हैं, जिससे आसपास के इलाके गड्ढे में तब्दील हो रहे हैं। बालू खनन का कार्य भी तेजी से चल रहा है कि कुछ दिनों में क्षेत्र बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो जाएगा। इसके बावजूद प्रशासन चुप बैठी है। सबसे बड़ी बात यह है कि हर दिन बालू से लदा ट्रैक्टर गोपालपुर थाना के सामने से गुजरता है। इसके बावजूद पुलिस इन्हें रोकने में विफल है। इससे लोगों में यह भी चर्चा है कि बालू का पैसा पुलिस तक भी पहुंचता है, जिससे पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
करोड़ों रुपए खर्च कर बचाया जाता है छेत्र को
ईस्माइलपुर से तीन टंगा तक हर साल गंगा के कटाव से बचाव के लिए सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर क्षेत्र को बचाने में लगी हुई है। मगर, यह बालू माफिया लगातार बालू का खनन कर गंगा को आने का न्योता दे रहे हैं। मालूम हो कि जल संसाधन विभाग द्वारा गंगा से करीब 500 मीटर की दूरी पर ही खनन करने को कहा गया है। मगर बात को नजर अंदाज करते हुए गंगा के किनारे से ही खनन किया जा रहा है। ऐसे में आने वाले समय में गंगा प्रलय मचा सकती है।
कई पंचायतों का हो जाएगा अस्तित्व समाप्त
लगातार तीन टंगा घाट पर बालू खनन से आसपास गड्ढे की स्थिति बन गई है। आने वाले समय में बाढ़ की स्थिति या गंगा के जलस्तर में वृद्धि से उस इलाके में कटाव हो सकता है जो तीन टेगा सहित आसपास के कई पंचायतों को अपने में समा लेगा।
खनन पदाधिकारी ने कहा होगी करवाई
भागलपुर खनन पदाधिकारी सर्वेश कुमार ने कहा कि अगर अवैध बालू खनन किया जा रहा है तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। छापेमारी कर ऐसे लोगों को पकड़ा भी जाएगा।