कोलकत्ता- संदेशखाली का मामला ठंड़ा पड़ने की बजाय तुल पकड़ते जा रहा है. संदेशखाली के भाजपा नेता गंगाधर कयाल ने कलकत्ता हाई कोर्ट का रुख किया है. भाजपा नेता गंगाधर कयाल ने आरोप लगाया है कि उनकी तस्वीर का इस्तेमाल कर फर्जी वीडियो बनाया गया. इसके बाद राजनीतिक लाभ के लिए ये सोशल मीडिया वायरल किया गया. गंगाधर ने इसके खिलाफ हाई कोर्ट में केस दायर करने की इजाजत मांगी जिसपर जस्टिस जॉय सेनगुप्ता की बेंच ने इजाजत दे दी. मामले की सुनवाई अगले सोमवार को होने की संभावना है
बता दे पिछले शनिवार को संदेशखाली का एक वीडियो सामने आया था. वीडियो संदेशखाली में ‘स्टिंग ऑपरेशन’ का था. वहां गंगाधर नजर आये. वीडियो में देखा जा सकता है कि वह खुद अज्ञात लोगों के सामने स्वीकार कर रहे हैं कि उन्होंने संदेशखाली आंदोलन का आयोजन किया था. पैसों के बदले में वहां की महिलाओं ने तृणमूल नेताओं के खिलाफ दुष्कर्म और प्रताड़ना की झूठी शिकायतें दर्ज कराईं है. इसपर गंगाधर कयाल का कहना है कि यह वीडियो फर्जी है और उन्होंने कलकत्ता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
बता दें संदेशखाली स्टिंग वीडियो के मामले में भाजपा नेता गंगाधर कयाल और बशीरहाट की भाजपा उम्मीदवार रेखा पात्रा के खिलाफ शिकायत दर्ज की गयी है. संदेशखाली का स्टिंग वीडियो 32 मिनट 43 सेकेंड का है. वीडियो वायरल होने के बाद प. बंगाल की राजनीति में भूचाल आ गया था.