बिहार में जाति आधारित गणना का दूसरा चरण 15 अप्रैल से, इस बार पूछी आपकी जाति

पटना. बिहार में जाति आधारित गणना, 2022 के द्वितीय चरण का कार्य दिनांक 15 अप्रैल, 2023 से दिनांक 15 मई, 2023 तक की अवधि में किया जाएगा। इसके आलोक में पटना जिला में सभी कार्य तेजी से किया जा रहा है। जिलाधिकारी, पटना-सह-नोडल पदाधिकारी, जाति आधारित गणना, 2022-सह-प्रधान गणना पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा गुरुवार को बताया गया कि द्वितीय चरण हेतु गणना कर्मियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। पटना जिला में 12,831 प्रगणक है। दस प्रतिशत (1,283) सुरक्षित के साथ प्रगणकों की कुल संख्या 14,114 है। पर्यवेक्षकों की संख्या 2,139 है। दस प्रतिशत (214) सुरक्षित के साथ कुल पर्यवेक्षकों की संख्या 2,353 है। इस प्रकार कुल 16,467(=14,114+2,353) गणना कर्मियों को 412 फील्ड ट्रेनर्स एवं 12 मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रत्येक प्रगणक, पर्यवेक्षक एवं फील्ड ट्रेनर को प्रशिक्षण हेतु गणना प्रपत्रों की पाँच-पाँच प्रति दी जाएगी। इस प्रकार प्रशिक्षण हेतु प्रपत्रों की कुल संख्या 84,393 है।
डीएम डॉ सिंह ने कहा कि गणना के महत्व एवं बारीकियों को देखते हुए प्रशिक्षण का कार्य तीन स्तरों-राज्य स्तर, जिला स्तर तथा चार्ज स्तर-पर किया जाना है। जिला स्तर पर जिला-स्तरीय पदाधिकारियों, अनुमण्डल पदाधिकारियों, फील्ड ट्रेनर्स एवं आईटी सहायकों का 19 मार्च के बाद तथा प्रखंड/नगर निकाय (चार्ज) स्तर पर प्रगणकों तथा पर्यवेक्षकों का 25 मार्च के बाद एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा। इससे पूर्व सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा 13 से 16 मार्च के बीच बिपार्ड में अपर समाहर्ता, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, आईटी मैनेजर एवं मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण तथा 18-19 मार्च को ज्ञान भवन, पटना में अंचलाधिकारियों, प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों एवं नगर कार्यपालक पदाधिकारियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि द्वितीय चरण का कार्य मोबाइल ऐप, गणना प्रपत्रों एवं पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा। अतः गणना कर्मियों को सभी पहलुओं, तथ्यों एवं तरीकों की विस्तृत, सारगर्भित एवं गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण दी जाएगी। प्रशिक्षण स्थल पर पावर प्वायंट प्रिजेन्टेशन की समुचित व्यवस्था रहेगी।
उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण हेतु प्रत्येक चार्ज स्तर पर एक बैच में प्रगणकों एवं पर्यवेक्षकों की संख्या 40 से 50 के बीच रहेगी। प्रत्येक दो बैच के प्रशिक्षण हेतु एक फील्ड ट्रेनर एवं एक आई टी सहायक को उत्तरदायित्व दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि द्वितीय चरण में मोबाइल ऐप और पोर्टल पर कार्य किया जाना है। अतः आई टी सहायक की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। प्रत्येक प्रगणक और पर्यवेक्षक के मोबाइल पर मोबाइल ऐप डाउनलोड किया जाना है। उनको उपलब्ध कराए गए यूजर आईडी एवं पासवर्ड से लॉगइन किया जाना है। प्रशिक्षण में प्रत्येक प्रगणक/पर्यवेक्षक द्वारा बताए गए प्रक्रिया के अनुसार न्यूनतम पाँच परिवार का डमी आँकड़े प्रविष्ट किया जाना है। इन आँकड़ों को पर्यवेक्षकों द्वारा पर्यवेक्षण कर उसे मोबाइल ऐप से पोर्टल पर सिन्क्रोनाइज कराया जाएगा। प्रत्येक प्रगणक, पर्यवेक्षक एवं फील्ड ट्रेनर को प्रशिक्षण हेतु गणना प्रपत्रों की पाँच-पाँच प्रति दी जाएगी। इन प्रपत्र में कुल पाँच परिवारों के आँकड़े भरे जायेंगें और उन आँकड़ों को मोबाइल ऐप में प्रविष्ट किया जाएगा। इसी प्रकार पर्यवेक्षक द्वारा प्रगणकों द्वारा डाले आँकड़ों का पर्यवेक्षण कर सबमिट किया जाएगा।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि दोहरी प्रविष्टिकरण रोकने के लिए अचूक व्यवस्था है। डमी आँकड़ों से दोहरी प्रविष्टि की जाँच की जाएगी। जिला सांख्यिकी पदाधिकारी-सह-अपर प्रधान गणना पदाधिकारी, पटना को विभागीय निदेशों के अनुरूप गणना हेतु सभी व्यवस्था ससमय सुनिश्चित करने का निदेश दिया है। उन्होंने कहा कि द्वितीय चरण के गणना कार्य हेतु सभी गणना कर्मियों, जिन्हें गणना कार्य हेतु नियुक्त किया गया है, अपनी नियुक्ति से संबंधित गणना/उप गणना ब्लॉक की सीमा के भीतर भ्रमण करेंगे एवं उक्त गणना/उप गणना ब्लॉक में आवासित सभी परिवारों से बिहार जाति आधारित गणना प्रपत्र में अधियाचित जानकारी एकत्र करेंगे तथा सभी आवश्यक जानकारियों की प्रविष्टि मोबाइल ऐप के माध्यम से भी करना सुनिश्चित करेंगे। गणना प्रपत्र एवं मोबाइल ऐप में अपेक्षित जानकारी एकत्रित करने के लिए निम्नवत प्रामाणिक मदों के संबंध में गणना/उप गणना ब्लॉक के क्षेत्र में आवास करने वाले सभी परिवारों के सभी व्यक्तियों से पूछकर जानकारी की प्रविष्टि सुनिश्चित की जायेगी:-
1. परिवार के सदस्य का पूरा नाम
2. पिता/पति का नाम
3. परिवार के प्रधान से संबंध
4. आयु (वर्ष में)
5. लिंग
6. वैवाहिक स्थिति
7. धर्म
8. जाति का नाम
9. शैक्षणिक योग्यता
10. कार्यकलाप
11. आवासीय स्थिति
12. अस्थायी प्रवासीय स्थिति
13. कंप्यूटर/लैपटॉप
14. मोटरयान
15. कृषि भूमि
16. आवासीय भूमि
17. सभी श्रोतों से मासिक आय