NAWADA : नालसा एवं बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार, जिला जज सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार आशुतोष कुमार झा के निर्देश पर 14 सितंबर को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता को लेकर मंगलवार को बैठक हुई। प्राधिकार की सचिव कुमारी सरोज कीर्ति के कार्यालय प्रकोष्ठ में आयोजित बैठक में जिले के प्रमुख सरकारी बैंकों एवं निजी बैंकों के अधिकारियों ने भाग लिया।
बैंक अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि ऋण वादों के निष्पादन के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं तथा पक्षकारों को सूचित कर रहे हैं। सचिव ने कहा कि नोटिस के शत-प्रतिशत तामिला पर ही बैंक ऋण वादों का निष्पादन संभव है। उन्होंने बताया कि पूर्व बैठक (प्री सीटिंग) के माध्यम से बैंकऋण वादों को कॉउन्सीलिंग कर सुलह के आधार पर वाद का निष्पादन किया जाएगा। लोक अदालत की सफलता हेतु बैंक पदाधिकारियों को प्रचार प्रसार हेतु ऑडियो क्लिप के माध्यम से पंचायत स्तर तक प्रचार प्रसार करने का निर्देश दिया गया।
थाना प्रभारियों को भी दिए गए निर्देश
जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव ने थानाध्यक्षों व वरिष्ठ अधिवक्ताओं के साथ भी बैठक की। थानाध्यक्षों द्वारा प्रस्तुत तामिला प्रतिवेदन की समीक्षा की गयी। कम नोटिस तामिला कराने वाले थानाध्यक्षों को कड़ी हिदायत दी गई। नोटिसों के अधिक से अधिक तामिला करवाने एवं प्रतिवेदन कार्यालय को उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया। थानाध्यक्षों एवं वरीय अधिवक्ताओं को आपस में सामनजस्य बनाकर वादों के निष्पादन में सुलह करने का निर्देश दिया गया।
न्यायमंडल के वरीय अधिवक्ता की हुई बैठक
सचिव ने न्यायमंडल के वरीय अधिवक्ताओं के साथ बैठक की। सभी प्रकार के सुलहनीय अपराधिक वादों के बारे में अनुरोध किया गया कि सभी अधिवक्ता कम से कम 10 सुलहनीय वादों को सुलह के आधार पर निष्पादन में सहयोग करें। उन्होंने बताया कि छोटे छोटे वादों जिसमें नोटिस निर्गत किया जा चुका है उसमें सुलह के आधार पर निष्पादन करें। बैठक में उपस्थित अधिवक्ताओं ने कहा कि हमलोग सहयोग के लिए तत्पर हैं जो भी पक्षकार नोटिस लेकर न्यायालय में आते हैं, उन्हें इस अवसर का लाभ दिलाया जाएगा। मौके पर सुधांशु कुमार, अनिल कुमार, आशा कुमारी, सलोनी कुमारी, कमलेश कुमार, कृष्ण कुमार मधुकर, शशिभूषण कुमार, मो. वालीदुलाह हसन, शशिभूषण सिंह, रामानुज प्रसाद सिंह, अजीत कुमार, ओमप्रकाश प्रसाद, सोनु सिन्हा, अरूण कुमार वर्मा, सुशील कुमार आदि उपस्थित थे।