जदयू सांसद का सनसनीखेज खुलासा... महुआ मोइत्रा की तरह उनके भी पासवर्ड का दूसरे करते हैं इस्तेमाल, सवाल भी खुद नहीं बनाते, ओम बिरला भड़के

जदयू सांसद का सनसनीखेज खुलासा... महुआ मोइत्रा की तरह उनके भी

पटना. टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में दोषी करार देते हुए उनकी संसद की सदस्यता समाप्त कर दी गई है. सांसद महुआ मोइत्रा का मामला अभी खत्म भी नहीं हुआ था कि अब बिहार के एक सांसद ने भी सनसनीखेज खुलासा किया है. बांका संसदीय क्षेत्र से जदयू सांसद गिरधारी यादव ने कहा है कि उनके भी पासवर्ड का इस्तेमाल दूसरे लोग करते हैं. यहां तक कि सांसद के रूप में लोकसभा में जो सवाल उनकी ओर से पूछा जाता है वह भी दूसरे लोग ही बनाते हैं. 

दरअसल, जेडीयू के सांसद गिरधारी यादव ने महुआ मोइत्रा कि बर्ख़ास्तगी के मामले पर बहस के दौरान बेधड़क तरीक़े से कहा - "तीन बार से सांसद रहा हूं, लेकिन आज तक कभी सदन में पुछे गये किसी भी सवाल को ख़ुद नहीं लिखा। लिखना आता ही नहीं है। Portal खोलना आता ही नहीं है"। उन्होंने कहा कि उनके सवाल तो उनके पीए बनाते हैं. वे बस उसे संसद में रखते हैं. 

गिरधारी के इस बयान पर स्पीकर ओम बिरला भड़क गए और उनपर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दे दी।गिरधारी ने कहा कि मुझे तो मेरा पासवर्ड भी याद नहीं है। ये मेरे पीए के पास रहता है। उन्होंने कहा कि मैंने तो इसबार डर के मारे कोई सवाल नहीं पूछा। पता नहीं क्या हो जाए? जेडीयू सांसद ने कहा कि मेरा सवाल तो दूसरा करता था। मैं कभी अपना प्रश्न नहीं बनाता हूं। बहुत सारे सांसद नहीं बनाते हैं अपना सवाल। उन्होंने कहा कि कोई बहुत ही तेजतर्रार लोग होंगे जो 2 घंटे में पढ़ लिए होंगे रिपोर्ट।

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गिरधारी ने कहा कि लोकतंत्र में हमें डराया गया है। उन्होंने कहा कि आता ही नहीं है। हमको तो कंप्यूटर तो चलाना ही नहीं आता है। हम तीसरी बार सांसद हैं, चार बार विधायक रहे हैं। इस बुढ़ापे मे हम सीख सकते हैं क्या? लालू यादव कहते थे बूढ़ी गाय क्या पोस मांगती है? इस उम्र में अब नहीं हो सकता है। मैंने तो कोई सवाल ही नहीं किया है। 377 पर बड़ी मुश्किल से सवाल डाला था। इसके पहले पूरा प्रश्न करता था। अब नहीं जानते हैं तो नहीं जानते। सभी के लिए अलग-अलग कानून, बीजेपी मनु स्मृति लागू करना चाहती है।