पटना. दिवंगत राजद नेता शरद यादव का अस्थि कलश शनिवार को पटना पहुंचा. शरद यादव की बेटी सुभाषिणी और बेटे शांतनु अस्थि कलश लेकर पटना हवाईअड्डे पर पहुंचे तो वहां कई राजद नेता मौजूद रहे. शरद का अस्थि कलश एक खुली गाड़ी में रखकर हवाईअड्डे से राजद कार्यालय लाया गया. यहां शरद के सम्मान में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित अन्य नेता उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं.
दरअसल, शरद का अस्थि कलश कलश 5 फरवरी की शाम को मधेपुरा पहुंचेगा. जहां 6 फरवरी को बीपी मंडल स्टेडियम में इसे लेकर एक खास प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया है. शरद यादव का दिल्ली में निधन हुआ था. उनका अंतिम संस्कार मध्य प्रदेश स्थित उनके पैतृक गांव में हुआ था. हालांकि शरद का अस्थि कलश किसी नदी में प्रवाहित नहीं किया गया. राजद नेताओ के अनुसार शरद की इच्छा के अनुरूप उनके अस्थि कलश को उनकी कर्म भूमि पर लाया गया है.
वहीं शरद यादव का अस्थि कलश राजद दफ्तर पहुंचने के बाद वहां मौजूद कई नेताओं ने उन्हें याद. शिवानंद तिवारी, अब्दुलबारी सिद्दीकी, श्याम रजक सहित दर्जनों नेताओं ने उन्हें याद कर भावुकता प्रकट की.
शरद यादव का निधन 12 जनवरी को गुरुग्राम के एक हॉस्पिटल में हुआ था. 75 वर्ष के शरद ने अपने राजनीतिक जीवन में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार से सांसद बनने का इतिहास कायम किया. 1988-89 में बिहार सहित देश भर में मंडल –कमंडल की राजनीति के दौरान उन्होंने बढ़चढ़कर अहम भूमिका निभाई. वहीं बाद में लालू यादव को बिहार की सत्ता से हटाने के लिए शरद ने नीतीश कुमार के साथ मिलकर अभियान छेड़ा. हालांकि राजनीति के अंतिम दौर में उन्होंने फिर से राजद का दामन थाम लिया. दरअसल, नीतीश कुमार से रिश्ते खराब होने के बाद शरद को न सिर्फ जदयू छोड़ना पड़ा बल्कि उनकी राज्यसभा की सदस्यता भी चली गई.