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शिवहर लोकसभा सीट: यहां AIMIM की भी नजर...मजबूत प्रत्याशी उतारा तो मुस्लिम वोटों में बिखराव तय, दिलचस्प होगी लड़ाई

शिवहर लोकसभा सीट: यहां AIMIM की भी नजर...मजबूत प्रत्याशी उतारा तो मुस्लिम वोटों में बिखराव तय, दिलचस्प होगी लड़ाई

PATNA:  जेडीयू-भाजपा के बीच गठबंधन में लोकसभा की शिवहर सीट जदयू के खाते में चली गई है. इस सीट से जेडीयू ने पूर्व सांसद लवली आनंद को चुनावी मैदान में उतारा है. पार्टी की तरफ से रविवार को जारी की गई प्रत्याशियों की सूची में शिवहर सीट से लवली आनंद का नाम भी शामिल है. राजद से कौन उम्मीदवार होगा....इस पर सबकी निगाहें हैं. शिवहर संसदीय क्षेत्र में मुस्लिमों वोटरों की संख्या अच्छी खासी है. लालू प्रसाद यादव ने कई दफे मुस्लिम उम्मीदवारों पर दांव लगाया है. राजद की तरफ से इस बार मुस्लिम कैंडिडेट होगा या फिर वैश्य प्रत्याशी देकर एनडीए के वोट में सेंधमारी की कोशिश होगी ? शिवहर से भाजपा सांसद रमा देवी जो वैश्य बिरादरी से आती हैं, उनका पत्ता साफ होने से वैश्यों में नाराजगी है. राजद इसी नाराजगी को भूनाने की कोशिश में जुटी है. बताया जाता है कि राजद किसी वैश्य को शिवहर सीट से मैदान में उतार सकती है. वैसे शिवहर लोकसभा क्षेत्र में राजपूत बिरादरी के वोटरों की संख्या काफी है. इस सीट पर एआईएमआईएम की भी नजर है. शिवहर सीट पर अगर एआईएमआईएम ने प्रत्याशी उतारा तो मुस्लिम वोट में बिखराव तय है.जिसका नुकसान राजद को होगा.  

शिवहर लोकसभा क्षेत्र से राजद से वैश्य का नाम उछलते ही मुसलमानो की बेचारगी एवं नाराजगी चरम पर है. बताया जाता है कि राजद इस बार वैश्य पर दांव लगाने की तैयारी में है. दांव लगाने के पीछे का तर्क है कि चूंकि भाजपा ने यह सीट जेडीयू को दे दी है. ऐसे में वैश्य समाज से आने वाली रमा देवी बेटिकट हो गईं. इसके साथ ही एनडीए ने सीतामढ़ी सीट पर सीटिंग वैश्य सांसद का टिकट काटकर सवर्ण समाज को दे दिया गया है.जिससे वैश्य वोटरों में भारी नाराजगी है. ऐसे में अगर राजद वैश्य उम्मीदवार देती है, तब इस समाज के वोटर जातिगत आधार पर जेडीयू कैंडिडेट की बजाय राजद को वोट कर सकते हैं. इसका सीधा नुकसान एनडीए को होगा. राजद के इसी समीकरण से शिवहर के मुसलमानों में नाराजगी देखी जा रही है. बताया जाता है कि वैश्य समाज भाजपा का कट्टर समर्थक मानी जाती रही है. जो कल तक मुसलमानों के विरुद्ध आग उगलते थे, अगर राजद वैश्य उम्मीदवार को मैदान में उतारा तो यह समाज आसानी से पचा नहीं पायेगा. ऐसे में मुस्लिमों के लिए AIMIM एक विकल्प के तौर पर दिख रहा है. अगर इस पार्टी से कोई प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरता है तो निश्चित तौर पर मुस्लिम वोट एआईएमआईएम के पक्ष में जा सकता है. शिवहर सीट पर एआईएमआईएम के उतरने से मुस्लिम वोट में बिखराव तय है.

बताया जाता है कि शिवहर से राजद के पूर्व सांसद सीताराम  सिंह के बेटे राणा रंजीत सिंह भी चुनावी तैयारी में हैं. इसी बीच उन्होंने एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल ईमान से भी मुलाकात की है. राणा रंजीत सिंह ने  ढाका में आयोजित की जाने वाले दावत-ए - इफ्तार इफ्तार को लेकर AIMIM बिहार प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान , एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता जनाब आदिल हसन को आमंत्रित किया है.अगर AIMIM ने शिवहर संसदीय क्षेत्र से आने वाले राणा रंजीत सिंह को उम्मीदवार बनाया, वैसी स्थिति में राजद कैंडिडेट के लिए चुनाव में मुश्किल होगा. क्यों कि AIMIM की मुस्लिम बिरादरी में गहरी पैठ है. एआईएमआईएम ने राणा रंजीत सिंह को उम्मीदवार बनाया तो मुस्लिम वोट के साथ-साथ एनडीए के साथ दिख रहे राजपूत वोटरों में भी बिखराव होगा. तब शिवहर में लड़ाई दिलचस्प हो जाएगी. 

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