PATNA : अब तक बिहार के स्कूली शिक्षकों की अधकचरे ज्ञान की चर्चा होती थी लेकिन अब उस विभाग के अधिकारी की अधूरे ज्ञान का मामला प्रकाश में आया है। शिक्षा विभाग के अधिकारी महोदय के अंग्रेजी ज्ञान को छोड़िए हिन्दी में भी शुद्ध-शुद्ध लिखने पर सवाल खड़े हो रहे हैं। ये हम नहीं कह रहे बल्कि अधिकारी महोदय की हिंदी में लिखी चिट्ठी ही इसकी गवाही दे रही है। गौरतलब है कि अधिकारी ने ये चिट्ठी अपनी हैंडराइटिंग में लिखी है।
क्विज प्रतियोगिता के लिए अधिकारी ने लिखी थी चिट्ठी
दरअसल जहानाबाद के डीपीओ सर्वशिक्षा अभियान दुर्गा यादव की एक चिट्ठी ने उनके अधकचरे ज्ञान की पोल खोल कर रख दी है। डीपीओ दुर्गा यादव के हिंदी में लिखी चिट्ठी में 35 अशुद्धियां है। डीपीओ ने ये चिट्ठी क्विज प्रतियोगिता के लिए लिखी थी।अधिकारी महोदय की गलती को इस बार कोई दूसरे ने नहीं बल्कि शिक्षकों ने ही पकड़ लिया है। वही शिक्षक जिनके ज्ञान की जांच ये अधिकारी करते हैं। बता दें कि डीपीओ दुर्गा यादव पर शिक्षकों के अध्यापन कार्य का निरीक्षण करने और अयोग्य शिक्षकों को दंडित करने का भी अधिकार है। अब बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने अपर मुख्य सचिव आरके महाजन को पत्र लिखकर अधिकारी पर कार्रवाई की मांग किया है।
शिक्षक संघ ने की अधिकारी पर कार्रवाई की मांग
माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने शिक्षा विभाग के अधिकारी की हिंदी की जानकारी पर सवाल उठाया है। संघ ने डीपीओ दुर्गा यादव के खिलाफ शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखा है। डीपीओ को निरीक्षण कार्य से अलग हटाने की मांग सरकार से की गई है। इसके साथ ही संघ ने मांग की है कि इस अधिकारी के द्वारा अयोग्य घोषित किए गए शिक्षकों को योग्य घोषित किया जाए।