बिहार के सुख-समृद्धि के संकल्प को लेकर श्रीमद्भागवत कथा गतिमान, वृन्दावन में जुटे हजारों बिहारी भक्त दे रहे भगवत मार्ग का आध्यात्मिक संदेश

पटना/वृंदावन. मानव कल्याण एवं बिहार सहित देश के सुख-समृद्धि के संकल्प को लेकर श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन वृन्दावन के हरे कृष्णा आर्चिड में 1 अगस्त तक गतिमान है. व्यासपीठ पर विराजित पंडित देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज के मुखारविंद से कथा का रसपान कराया जा रहा है. बिहार के प्रसिद्ध उद्योगपति रमेश चंद्र गुप्ता और विजय कुमार गुप्ता इस कथा के आयोजक है. यह एक ऐसा आयोजन है जिसमें दुनिया भर के श्रीमद्भागवत कथा भक्त एक स्थल पर जुटकर एक सप्ताह तक कथा श्रवण कर रहे हैं. 

आयोजक रमेश चंद्र गुप्ता और विजय कुमार गुप्ता ने बताया कि सत्संग व कथा के माध्यम से मनुष्य भगवान की शरण में पहुंचता है, वरना वह इस संसार में आकर मोहमाया के चक्कर में पड़ जाता है, इसीलिए मनुष्य को समय निकालकर श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण करना चाहिए। बच्चों को संस्कारवान बनाकर सत्संग कथा के लिए प्रेरित करें।

कथा में शामिल जदयू के वरिष्ठ नेता अरविंद कुमार उर्फ़ छोटू सिंह ने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण की सार्थकता तब ही सिध्द होती है जब इसे हम अपने जीवन में,व्यवहार में धारण कर निरंतर हरि स्मरण करते हुए अपने जीवन को आनंदमय, मंगलमय बनाकर अपना आत्म कल्याण करें। अन्यथा यह कथा केवल ‘ मनोरंजन ‘, कानों के रस तक ही सीमित रह जाएगी। भागवत कथा से मन का शुद्धिकरण होता है। इससे संशय दूर होता है और शंाति व मुक्ति मिलती है। इसलिए सद्गुरु की पहचान कर उनका अनुकरण एवं निरंतर हरि  स्मरण, भागवत कथा श्रवण करने की जरूरत है। 

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उन्होंने कहा कि इस कथा में शामिल होकर वे बिहार के विकास के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा किए जा रहे कार्यों को सफल बनाने की प्रार्थना किए हैं. छोटू सिंह ने कहा कि सीएम नीतीश के सामाजिक न्याय के साथ विकास की नीति की वजह से ही आज बिहार पूरे देश ही नहीं बल्कि दुनिया के नक्शे पर अपना एक सम्मानजनक स्थान बना पाया है. 

इस अवसर पर उपस्थित समाजसेवी एवं उद्योगपति विनय सिंह ने कहा कि श्रीमद भागवत कथा श्रवण से जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास होता है। जहां अन्य युगों में धर्म लाभ एवं मोक्ष प्राप्ति के लिए कड़े प्रयास करने पड़ते हैं, कलियुग में कथा सुनने मात्र से व्यक्ति भवसागर से पार हो जाता है। सोया हुआ ज्ञान वैराग्य कथा श्रवण से जाग्रत हो जाता है। कथा कल्पवृक्ष के समान है, जिससे सभी इच्छाओं की पूर्ति की जा सकती है।

इस अवसर पर रमेश चंद्र गुप्ता और विजय कुमार गुप्ता सहित अरविंद कुमार उर्फ़ छोटू सिंह, विनय सिंह, दीपक अग्रवाल, शंभू अग्रवाल, सुषमा अग्रवाल, कमल नोपानी, बिल्लू खेतान, रवि जालान, बिरेन्द्र सिंह, बबलू सुल्तानिया, साजन अग्रवाल, जेपीएन सिंह, संजीत अग्रवाल, सिसिर अग्रवाल, हर्ष अग्रवाल, रमेश मोदी आदि मौजूद रहे.