Patna: महिला रंगरूट, संगीता पाठक की बीमारी से मौत के बाद पटना पुलिस लाइन में हुई हिंसा, तोड़फोड़, उपद्रव को लेकर खुद डीजीपी के एस द्विवेदी सख्त हैं. डीजीपी ने खुद स्वीकार किया था कि अनुशासन तोड़ने वाले और लापरवाह पुलिस पदाधिकारियों को बक्शा नहीं जाएगा. पुलिस मुख्यालय द्वारा मिले निर्देश के आलोक में जोनल आईजी नय्यर हसनैन खां ने पटना के एसएसपी मनु महाराज के नेतृत्व में एसआईटी गठित की है और त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. IG एनएच खां ने गठित की सीट में SSP मनु महाराज के नेतृत्व में गठन किया गया है. टीम में सिटी SP, ASP सदर, DSP कोतवाली, थानाध्यक्ष कोतवाली, बुद्धा कॉलोनी और महिला थाना शामिल है.
आईजी एन एच खां ने कहा कि पुलिस लाइन में हिंसा और उपद्रव मामले में जो जांच रिपोर्ट ,पुलिस मुख्यालय को सौंपी गयी है वह निष्पक्ष ,पारदर्शिता और ठोस सबूत के आधार पर है. घटना में शामिल लोगों पर प्रशासनिक कार्रवाई की गयी है. आगे भी यह कार्रवाई होगी.
हिंसा और तोड़फोड़ के चार एफआईआर दर्ज हुये हैं. इस मामले में दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई के लिए पटना एसएसपी के नेतृत्व में एसआईटी गठित किया गया है. मालूम हो की जोनल आईजी नय्यर हसनैन खां ने घटना में शामिल 175 पुलिसकर्मी को सेवा से बर्खास्त, दो दर्जन से अधिक को निलंबित किया है. इसके बाद रिपोर्ट के आधार पर पुलिस मुख्यालय ने 94 पुलिसकर्मी को जोन ट्रांसफर ,पुलिस लाइन के डीएसपी मो. मुसल्लद्दीन को भी मुख्यालय बुला लिया गया है. डीएसपी मो. मुसल्लद्दीन,हिंसा में जख्मी होने के कारण इलाज में चल रहे हैं. वहीं रिपोर्ट के आधार पर चार और पुलिसकर्मी की सेवा बर्खास्त किया गया है.