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मुसीबत में घिरीं सीवान नगर परिषद की चेयरमैन, डीएम ने किया बर्खास्त, FIR भी कराने के दिए आदेश

मुसीबत में घिरीं सीवान नगर परिषद की चेयरमैन, डीएम ने किया बर्खास्त, FIR भी कराने के दिए आदेश

SIWAN : सूबे के सबसे महत्वपूर्ण शहरों में शामिल सिवान से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां के नगर परिषद की चेयरमैन सिंधू सिंह को बर्खास्त कर दिया गया है। उक्त कार्रवाई जिले के जिलाधिकारी द्वारा की गई है। इसके साथ ही डीएम ने सिंधू सिंह के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराने के लिए निर्देश दिए हैं। डीएम की इस कार्रवाई से नगर परिषद में हड़कंप मच गया है।

क्या है पूरा मामला

नगर परिषद की चेयरमैन सिंधू सिंह पर आरोप है कि उन्होंने करोड़ों रुपए की हेराफेरी की व नियम कानून को ताक पर रखकर सारे कार्य करवाए। बताया जा रहा है सिंधू सिंह के खिलाफ यह कार्रवाई अनुसार शहर के कूड़ा निस्तारण के लिए चार करोड़ रुपए में खरीदी गई जमीन में वित्तीय अनियमितता को लेकर की गई है।  इसके साथ ही चेयरमैन पर पद पर रहते अस्पताल मोड़ से तरवारा मोड़ तक सड़क के दक्षिण दिशा में पांच फीट चौड़ीकरण राशि 49 लाख 51 हजार 500 का कार्य कराने का आरोप लगा है। दोनों मामले में भी पद का दुरुपयोग करते हुए वित्तीय अनियमितता उजागर होने के बाद सरकार के स्तर पर उक्त कार्रवाई की गई है। 

इसके साथ ही चेयरमैन पर पद पर रहते अस्पताल मोड़ से तरवारा मोड़ तक सड़क के दक्षिण दिशा में पांच फीट चौड़ीकरण राशि 49 लाख 51 हजार 500 का कार्य कराने का आरोप लगा है। दोनों मामले में भी पद का दुरुपयोग करते हुए वित्तीय अनियमितता उजागर होने के बाद सरकार के स्तर पर उक्त कार्रवाई की गई है। दोनों आरोपों की शिकायत मिलने के बाद नगर विकास विभाग ने जांच कराई जिसमें चेयरमैन को दोषी पाया गया। कार्रवाई से पहले मांगे गए स्पष्टीकरण का संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर नगर परिषद चेयरमैन की बर्खास्तगी की गई है। 


चेयरमैन के साथ इन पर भी की है कार्रवाई

बताया गया कि नगर परिषद की चेयरमैन सिंधू सिंह को बर्खास्त करते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का भी विभाग ने डीएम को निर्देश दिया है। इसके अलावा नगर विकास एवं आवास विभाग के परियोजना पदाधिकारी सह उप निदेशक ने डीएम को पत्र भेजकर चेयरमैन, तत्कालीन ईओ आरके लाल, निलंबित प्रधान सहायक सह सह लेखापाल किशनलाल, कनीय अभियंता ओमप्रकाश सुमन व अजीत सिंह, नप के कर्यपालक अभियंता तुलसी राम, बुडको के सहायक अभियंता आनंद मोहन सिंह समेत अन्य दोषी अधिकारी व कर्मियों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करने को कहा है।

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