बिहार उत्तरप्रदेश मध्यप्रदेश उत्तराखंड झारखंड छत्तीसगढ़ राजस्थान पंजाब हरियाणा हिमाचल प्रदेश दिल्ली पश्चिम बंगाल

LATEST NEWS

'नीतीश' की पार्टी में मचने ही वाली है भगदड़ ! JDU सांसद का पहला विकट गिरने वाला है...RJD के दबाव में जदयू छोड़ देगी सीटिंग सीट या इस बड़े नेता को बनायेगी उम्मीदवार ?

'नीतीश' की पार्टी में मचने ही वाली है भगदड़ !  JDU सांसद का पहला विकट गिरने वाला है...RJD के दबाव में जदयू छोड़ देगी सीटिंग सीट या इस बड़े नेता को बनायेगी उम्मीदवार ?

PATNA: लोकसभा चुनाव का समय ज्यों-ज्यों नजदीक आ रहा वैसे-वैसे बिहार की सत्तादारी जेडीयू में भारी असंतोष पनपते जा रहा है. जेडीयू के अंदर भगदड़ मचने की स्थिति है. नीतीश कुमार के एक सांसद ने तो जातीय गणना कि रिपोर्ट पर सवाल खड़े कर मुख्यमंत्री को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है. सीतामढ़ी से जेडीयू सांसद सुनील कुमार पिंटू की नाराजगी के बाद मुख्यमंत्री के खास मंत्री संजय झा ने साफ-साफ कह दिया कि वे जहां से आए थे, वहीं जाने का मन बना लिया होगा. इससे स्पष्ट है कि कि जेडीयू ने मान लिया है कि उनके सांसद भाजपा में जाने वाले हैं. ऐसे में सीतामढ़ी सीट का क्या होगा..क्या जेडीयू यह सीट अपने पास रखेगी या फिर सहयोगी दल राजद के हवाले कर देगी. अगर नीतीश कुमार सीतामढ़ी सीट अपने पास में रखते हैं तो फिर दल का उम्मीदवार कौन होगा ?

जहां से आये हैं लगता है वहीं जाने का मन होगा-संजय झा

सीतामढ़ी से जेडीयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने जब जातीय गणना पर सवाल खड़े किए तो मंत्री संजय झा ने जवाब दिया. कहा कि वह जहां से आए थे वहीं वापस जाने का मन बना लिया होगा. लगता है कि वह कहीं और से गाइड हो रहे हैं, इसीलिए नाराज हैं और जातीय गणना की रिपोर्ट पर संदेह पैदा कर रहे हैं. इस तरह से जेडीयू ने क्लीयर कर दिया कि हमारे सांसद भाजपा के संपर्क में हैं. बता दें, जेडीयू सांसद सुनील कुमार पिंटू लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान ही भाजपा से जेडीयू में शामिल हुए थे. इसके बाद जेडीयू ने उन्हें सीतामढ़ी से कैंडिडेट बनाया था. वे भाजपा के टिकट पर सीतामढ़ी से विधायक भी रहे हैं और नीतीश कैबिनेट में मंत्री भी. 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा-जेडीयू में आपसी समझौता के तहत सुनील कुमार पिंटू जेडीयू में शामिल हुए टिकट लिए और जीत भी हुई.  

..तो देवेशचंद्र ठाकुर होंगे जेडीयू कैंडिडेट ? 

 बड़ा सवाल यही है कि सीटिंग सांसद क्या दल छोड़ने वाले हैं ? क्या वे भाजपा में जाएंगे ? ऐसे में क्या जेडीयू अपनी सीटिंग सीट सीतामढ़ी सहयोगी दल राजद को सौंप देगी या फिर अपना उम्मीदवार देगी ? जेडीयू अगर सीतामढ़ी सीट नहीं छोड़ेगी तो फिर उम्मीदवार कौन होंगे ? क्या विप के सभापति देवेशचंद्र ठाकुर सीतामढ़ी से जेडीयू के प्रत्याशी होंगे ? ये तमाम सवाल राजनीतिक गलियारे में तैरने लगा है. जहां तक विप सभापति देवेशचंद्र ठाकुर का सवाल है तो यह सीतामढ़ी से ही आते हैं. जानकार बताते हैं कि ये आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने को इच्छुक भी हैं. सिर्फ पार्टी नेतृत्व की हरी झंड़ी का इंतजार कर रहे.  

जेडीयू सांसद ने उठाए सवाल तो टेंशन में आया जेडीयू 

जातीय गणना की रिपोर्ट के बाद पूरे बिहार में बवाल मचा हुआ है. इसको लेकर विपक्ष लगातार नीतीश सरकार को घेर रहा है. वहीं, इस पर अब जेडीयू के भीतर भी भारी असंतोष है. जेडीयू सांसद तो खुलकर मैदान में आ गए हैं. सीतामढ़ी से जेडीयू सांसद सुनील कुमार पिंटू ने जातीय गणना के आंकड़ों को गलत करार दिया है. रिपोर्ट पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है. इसको लेकर बड़ी बैठक बुला ली. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने दो अक्टूबर को जातीय गणना की जो रिपोर्ट जारी की है वह सही नहीं है. उन्होंने कहा कि वे तेली साहू समाज के संयोजक हैं. बिहार के सभी जिलों में अपने समाज के लोगों से बात की है. मुझे जानकारी मिली की पूरे बिहार में कई जगहों पर तेली साहू समाज के मोहल्ले और टोलों की गिनती ही नहीं की गई. सर्वे टीम उन इलाकों में पहुंची ही नहीं है. सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि जातीय गणना की रिपोर्ट में तेली साहू समाज की तादाद 2.81 % बताई गई है. यह पूरी तरह से गलत है. इससे कई गुना ज्यादा तेली साहू समाज के लोग बिहार में रहते हैं. पूरे बिहार में तेली साहू समाज की गणना फिर से कराई जाए. आठ तारीख को पटना में तेली साहू समाज की बैठक बुलाया हूं. पूरे बिहार से लोग इसमें आ रहा हैं. सीएम नीतीश से मुलाकात करेंगे और मांग करेंगे कि फिर से गणना कराई जाए.



Suggested News