KATIHAR: कटिहार में रातोंरात बच्चों को करोड़पति बनने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अब यह मामला सीधे जिलाधिकारी तक पहुंच गया है। बता दें, खबर पर संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी उदयन मिश्रा ने मामले के जांच के आदेश दे दिए हैं। उनका कहना है कि इसमें छात्रों की तरफ से कोई गलती नहीं है, बल्कि बैंक और सिस्टम की मानवीय भूल है।
करोड़पति प्रकरण पर क्या बोले डीएम
जिलाधिकारी उदयन मिश्रा ने कहा कि यह मामला कल ही उनके सामने आया था। जानकारी मिलते ही उनकी तरफ से उत्तरी बिहार ग्रामीण बैंक शाखा से इस पर संपर्क किया गया। बैंक द्वारा भी उनके सीबीएस सिस्टम (कोर बैंकिंग सिस्टम) में कुछ तकनीक दिक्कत होने के कारण ऐसा बात होनी की बात बताया गया है। फिलहाल दोनो बैंक खाता को सुधार कर लिया गया है। आगे उनके तरफ से पूरे मामले पर जांच का आदेश दिया गया है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल कटिहार में 2 छात्रों के खाते में अचानक से 960 करोड़ रूपये आ गए हैं। जिससे बैंक कर्मचारी और स्थानीय लोगों में हडकंप मचा है। यह दोनों ही छात्र सरकारी स्कूल में पढ़ते हैं, जो अपने खाते से पोशाक और किताब के लिए दी जाने वाली राशि निकालने गए थे। बैंक पहुंचने पर जब खाते की जांच की गई, तो तमाम अधिकारियों के होश फाख्ता हो गए। इसमें से छात्र गुरुचंद्र के खाते में 60 करोड़ रूपये और असित कुमार के खाते में 900 करोड़ की राशि जमा दिखाई गई।
क्या बोले शाखा प्रबंधक
इस मामले में बैंक के शाखा प्रबंधक मनोज ने तत्काल एक्शन लेते हुए दोनों छात्रों के बैंक अकाउंट से पैसे की निकासी पर रोक लगा दी है। इसके अलावा मामले की त्वरित जांच करने की बात कही है। उन्होंने बताया की बैंक के सीनियर अधिकारियों को इस मामले कि सूचना दे दी गई है।