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सुशील मोदी का नाम सुनते ही गुस्से में उबल पड़े सुधाकर सिंह, कहा - इनके खिलाफ तत्काल होनी चाहिए एफआईआर, नीतीश कुमार के संयोजक बनाने पर कह दिया बहुत कुछ

सुशील मोदी का नाम सुनते ही गुस्से में उबल पड़े सुधाकर सिंह, कहा - इनके खिलाफ तत्काल होनी चाहिए एफआईआर, नीतीश कुमार के संयोजक बनाने पर कह दिया बहुत कुछ

NEW DELHI : शुक्रवार को बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का जन्मदिन है। भाजपा कार्यकर्ता उनके जन्मदिन को यादगार बनाने की तैयारी में जुटे हैं। पटना में कई जगह पोस्टर लगे हैं. वहीं दूसरी तरफ राजद विधायक व पूर्व कृषि मंत्री सुशील मोदी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराना चाहते हैं। सुधाकर सिंह ने कहा सुशील मोदी के खिलाफ तत्काल केस दर्ज होनी चाहिए। इस दौरान वह नीतीश कुमार को इंडी गठबंधन का संयोजक बनाने के खिलाफ नजर आए।

न्यूज4नेशन के साथ बातचीत में तेजस्वी यादव को ईडी का नोटिस मिलने को लेकर सुशील मोदी के बयान को लेकर सुधाकर सिंह ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि आखिर सुशील मोदी को उन गुप्त दस्तावेजों की जानकारी कैसे मिलती है। ईडी क्या जांच कर रही है, उनके पास क्या दस्तावेज है सुशील मोदी कैसे जानते हैं. जबकि वह ईडी में कोई अधिकारी भी नहीं है। ईडी की रिपोर्ट तब तक सार्वजनिक नहीं होती है, जब तक कोर्ट में प्रस्तुत न हो और कोर्ट उसे स्वीकार नहीं करती है। ऐसे में सुशील मोदी के पास इन गुप्त दस्तावेजों का एक्सेस कैसे है। उनके खिलाफ तत्काल केस दर्ज होना चाहिए।

नीतीश नहीं, खड़गे के साथ हुए खड़े

जहां राजद के कई नेता नीतीश कुमार को इंडी एलाएंस का संयोजक बनाने की बात कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ रामगढ़ विधायक दूसरी धारा से चलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को संयोजक और प्रधानमंत्री बनने की बात करते हुए नजर आए। उन्होंने कहा कि भाजपा को इस बात से दिक्कत हो रही है कि एक दलित कैसे प्रधानमंत्री बन सकता है। लेकिन, मुझे यह बताएं कि खड़गे जी से क्या परेशानी है,  वह क्यों पार्टी की जिम्मेदारी नहीं संभाल सकते हैं. 

राम मंदिर में भाजपा का योगदान नहीं

राम मंदिर निर्माण को लेकर तेजस्वी यादव के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि इस देश में मंदिर से ज्यादा अस्पताल की जरुरत है। भाजपा सिर्फ राम मंदिर के नाम पर अपनी राजनीति कर रही है। जबकि मंदिर निर्माण में उनका कोई योगदान नहीं है। मंदिर निर्माण लाखों राम भक्तों के चंदे और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद किया जा रहा है। लेकिन भाजपा ऐसे दिखा रही है कि उन्होंने ही राम मंदिर का निर्माण किया है। सच्चाई यह है कि वह लाखों रामभक्तों की भावनाओं से खेल रही है। 


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