UPSC क्रेक करने की खुशी में बांट दी मिठाई, डीएम ने भी सराहा, लेकिन चार दिन में टूट गया सारा सपना, जानिए ऐसा क्या हुआ

RAMGARH : चार दिन पहले जब यूपीएससी का रिजल्ट जारी हुआ तो कामयाबी हासिल करनेवाले कैंडिडेटों में गजब की खुशी थी। ऐसी ही एक खुशी झारखंड के रामगढ़ में भी देखी गई। बताया गया कि यहां क्रेन ड्राइवर का काम करनेवाले की बेटी दिव्या पांडेय ने भी आईएएस की परीक्षा क्रेक कर ली है। उसे 323वां रैंक हासिल हुआ है। लेकिन रिजल्ट जारी होने के चार दिन बाद ही यह सारी खुशियां खत्म हो गई है।

लग गया था बधाईयों का तांता

दरअसल, हाल ही में घोषित हुए यूपीएससी सिविल सेवा के नतीजों में जिले के चित्तरपुर ब्लॉक स्थित रजरप्पा कॉलोनी की रहने वाली दिव्या पांडेय की ऑल इंडिया 323वीं रैंक आने का दावा किया गया था। यूपीएससी एग्जाम देने वाले दोस्तों ने भी कॉल पर दिव्या को बताया, तुमने यूपीएससी में 323वीं रैंक हासिल कर ली है। यह खबर जैसे ही फैली, वैसे ही दिव्या को बधाई देने वालो का तांता लग गया।

डीएम, कमिश्नर ने भी दी बधाई

यहां तक कि सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड के सीएमडी, रजरप्पा के जीएम, रामगढ़ जिले की कमिश्नर माधवी मिश्रा सहित कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने दिव्या पांडे को बधाई दी। सीसीएल के अधिकारियों ने यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण करने का दावा करने वाली दिव्या पांडेय के पिता को भी सम्मानित किया, क्योंकि वह सीसीएल में क्रेन ऑपरेटर हैं।

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गलतफहमी की हो गई शिकार

दिव्या पांडेय के परिवार की यह खुशी ज्यादा दिन तक नहीं रही। बताया गया कि जिस दिव्या पांडेय का नाम कामयाबी हासिल करनेवाले कैंडिडेट की सूची में था, वह झारखंड की नहीं बल्कि वह तमिलनाडु की रहने वाली दिव्या पी (Divya P) हैं. इसी नाम और उपनाम की वजह से गलतीफहमी पैदा हुई थी।

अब उठानी पड़ी है शर्मिंदगी

कामयाबी की असलियत सामने आने के बाद परिवार का कहना है कि जब रिजल्ट आया तो उस समय इंटरनेट ने काम करना बंद कर दिया। ऐसे में दोस्तों के कहने पर ही भरोसा किया। अब इस पूरी घटना के बाद परिवार को काफी शर्मिंदगी उठानी पड़ी है। अब यूपीएससी रिजल्ट के परिणाम से दिव्या के परिवारवाले एक ओर जहां हताश और निराश हैं, तो वहीं दूसरी ओर दिव्या भी मायूस हो गई है।

सभी से मांगी माफी

दिव्या के माता पिता के कहा, हम लोगों से बहुत बड़ी गलती हो गई, जिसके कारण समाज में आज शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है. इस त्रुटि के लिए हमलोग क्षमाप्रार्थी हैं. परिवार ने जिला प्रशासन और सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) से माफी मांगी है