DESK : टाटा ग्रुप इस देश के बड़े उद्योग घरानों में शामिल है। जिसके किसी भी कारोबार से जुड़ी खबरों को चर्चा मिलती है। कुछ दिन पहले टाटा ग्रुप सिंगूर जमीन विवाद के फैसले को लेकर चर्चा मे रहा था। जिसमें टाटा ग्रुप के पक्ष में फैसला सुनाया गया था। अब टाटा ग्रुप की चर्चा उनकी एक कंपनी के बेचे जाने को लेकर हो रही है। उद्योग बाजार में चर्चा है कि टाटा ग्रुप वोल्टास को बेचने जा रही है।
बता दें कि टाटा ग्रुप का Voltas ब्रांड होम अप्लायंस फील्ड में एक बड़ा प्लेयर है. खासकर एयर कंडीशनर और वॉटर कूलर मार्केट में वोल्टास का दबदबा है. अब खबर है कि टाटा ग्रुप इस कंपनी को बेचने की तैयारी में है। हालांकि, इस डील में ज्वाइंट वेंचर पार्टनर Arcelik AS को शामिल करने को लेकर अभी तक किसी तरह का फैसला नहीं हुआ है।
सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि प्रतिस्पर्धी बाजार में कारोबार के विस्तार में चुनौतियों के कारण टाटा समूह, वोल्टास लिमिटेड के कारोबार की बिक्री पर विचार कर रहा है. हालांकि अभी बातचीत केवल शुरुआती दौर में है, और इस खबर पर टाटा ग्रुप ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है।
1952 में वोल्टास का हुआ पर्दापण
वोल्टास कंपनी की शुरुआत आजादी के ठीक बाद साल 1952 में हुई थी. फिलहाल कंपनी में कर्मचारियों की संख्या 1,689 है. इसका मुख्यालय मुंबई में है. कंपनी मुख्यतौर पर एयर कंडीशनर, वॉटर कूलर, Air Coolers, Refrigerators, Washing Machines, Dishwashers, Microwaves, Air purifiers और होम अप्लायंस से जुड़े कारोबार करती है
कंपनी का भारत, मध्य पूर्व, दक्षिण पूर्व एशिया और अफ्रीका में कारोबार है. इस खबर के बाद मंगलवार को Voltas के शेयर में थोड़ा दबाव देखने को मिला. कारोबार के अंत में शेयर 1.70 फीसदी गिरकर 813.80 रुपये पर बंद हुआ।
बाजार में इतनी है हिस्सेदारी
भारत में वोल्टास का कारोबार, टाटा समूह अपने ज्वाइंट वेंचर Arcelik AS के साथ कर रहा है. 30 सितंबर तक भारत में रेफ्रिजरेटर के लिए वोल्टास की बाजार हिस्सेदारी 3.3 फीसदी और वॉशिंग मशीन के लिए 5.4 फीसदी थी।एअर कंडीशनर निर्माता कंपनी वोल्टास को 30 सितंबर को खत्म हुई दूसरी तिमाही में 36 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ (Net Profit) हुआ. पिछले साल समान अवधि में कंपनी को 6 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. मौजूदा वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी की कुल आय (total income) बढ़कर 2,634 करोड़ रुपये हो गई है.